भीलवाड़ा. प्रदेश के पूर्व मंत्री चंद्रराज सिंघवी (Chandraraj Singhvi on Bhilwara tour) एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे. जहां सर्किट हाउस पहुंचने पर उनका जैन समाज के लोगों ने जोरदार स्वागत किया. इसके बाद सिंघवी ने बंद कमरे में जैन समाज के पदाधिकारियों की बैठक ली. वहीं उन्होंने आगामी विधानसभा चुनाव लेकर बयान भी दिया.
पूर्व मंत्री चंद्रराज सिंघवी ने कहा कि विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं, लेकिन मैं प्रदेश में भाजपा-कांग्रेस व अन्य पार्टी में अच्छे व्यक्तित्व के राजनेता की तलाश के लिए प्रदेश के तमाम जिला मुख्यालय सौ प्रेस कॉन्फ्रेंस करूंगा. प्रेस कॉन्फ्रेंस में पत्रकारों से जो सुझाव आएंगे उन नामों को लेकर मैं जनता के बीच जाऊंगा. आज तक हाईकमान के आधार पर ही मुख्यमंत्री बनते हैं, लेकिन जनता की नजर में जो सर्वमान्य नेता है उसे मैं सामने लाऊंगा.
मैं नाम तलाश यात्रा शुरू कर रहा हूं
व्यक्तित्व का मूल्यांकन प्रेस के की ओर से होना चाहिए. इसलिए मैं "नाम तलाश" यात्रा (chandra raj singhvi on Naam Talaash Yatra) निकाल रहा हूं. यह मेरी हिंदुस्तान में पहली यात्रा है. जिसमें अच्छे राजनेता अच्छे व्यक्तित्व वाले मुख्यमंत्री, नेता और अध्यक्ष की तलाश करूंगा. जो प्रेस के साथी मुझे नाम सुझाएंगे उनको मैं जनता के सामने रखूंगा. आज तक किसी अच्छे व्यतित्व के राजनेता की तलाश नहीं हुई है. जो हाईकमान को अच्छा लगता है वे वहीं करते हैं. क्योंकि लोग पैसे से बिक जाते हैं.
सचिन पायलट और वसुंधरा राजे हैं पॉपुलर फेस
भाजपा और कांग्रेस पार्टी में कौन पॉपुलर राजनेता है इस सवाल पर सिंघवी ने कहा कि (chandra raj singhvi on Sachin Pilot) प्रदेश कांग्रेस में सबसे पॉपुलर राजनेता हैं तो वह सचिन पायलट हैं. क्योंकि पायलट का प्रदेश में काफी जनाधार है. वहीं भाजपा में (chandra raj singhvi on Vasundhara Raje) पूर्वी सीएम वसुंधरा राजे पॉपुलर चेहरा हैं, लेकिन इन दिनों वह पार्टी लाइन से थोड़ी अलग हैं.
केंद्रीय नेतृत्व के चेहरे पर चुनाव लड़ना गलत
वहीं विस चुनाव में केंद्रीय नेतृत्व के चेहरे पर चुनाव लड़े जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह बिल्कुल गलत है. क्या स्टेट की पार्टियां मर चुकी है? जो केंद्र के चेहरे पर चुनाव लड़ा जा रहा है. केंद्रीय राजनेता को लीडर बनाने के बाद सारे नेता कमजोर हैं. हर पार्टी को अपना प्रांतीय नेता देना चाहिए.
मैं चुनाव नहीं लडूंगा
2023 के चुनाव की तैयारी को लेकर बोले सिंघवी कहा मेरी उम्र 78 वर्ष है. मैं चुनाव नहीं लडूंगा. एक बार मैंने कांग्रेस पार्टी से चुनाव लड़ा उसमें सारी पार्टियों ने मिलकर मुझे हटा दिया. मैं कांग्रेस, भाजपा, जदयू सहित कई पार्टियों में अहम पदों पर रहा. मैं उमा भारती के साथ रहा तब उन्होंने पार्टी तोड़ दी. कांग्रेस से मुझे निष्कासित किया गया.
हनुमान बेनीवाल, किरोड़ी लाल मीणा और खुद की जोड़ी को लेकर सिंघवी ने कहा कि हमारे रास्ते अलग-अलग नहीं हैं. बेनीवाल और मैं अलग होते तो मैं क्यों वल्लभनगर उपचुनाव में मैंने डांगी का साथ देता. इसके कारण ही तो भाजपा चौथे नंबर पर रही. कई मामलों में मैं हनुमान बेनीवाल के साथ हूं.