भीलवाड़ा. जिला कलेक्टर शिवप्रसाद एम नकाते ने कलेक्ट्रेट सभागार में एक बैठक ली. बाद में कृषि मंडी क्षेत्र का दौरा भी किया. जहां कलेक्टर ने कहा कि जिले के समस्त अधिकारियों और पुलिस प्रशासन के किए गए कार्यों की वजह से ही कोरोना की पिछली लहर में भीलवाड़ा मॉडल देश मे प्रसिद्ध हुआ. आप सभी से आमजन को वापस ऐसी ही उम्मीद है. इसलिए सभी अधिकारी और पुलिस दल मानव जीवन बचाने हेतु अपना शत प्रतिशत भागीदारी निभाए.
जिला कलेक्टर ने वीकेंड कर्फ्यू और सोमवार से लागू संपूर्ण लॉकडाउन की तैयारियों की समीक्षा के लिए आयोजित हुई बैठक में किराणा सामग्री, सब्जी, फल-फ्रूट की शत-प्रतिशत डोर-टू-डोर डिलेवरी सुनिश्चित कराने को कहा. उन्होंने नगर परिषद के पार्षदो, व्यापारिक एसोसियशन और मंडी के प्रतिनिधि को कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने और लॉकडाउन की गाइडलाइन के तहत उपरोक्त सामग्रियों का वाहन में माइक लगाकर डोर-टू-डोर डिलेवरी दिलाने में सहयोग करें.
उन्होंने पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को कहा कि लॉकडाउन की पालना कराने हेतु पुलिस की भूमिका अहम है, इसलिए मेडिकल इमरजेंसी और माल वाहनों के अतिरिक्त किसी भी आमजन को बाहर न निकलने को पाबंद किया जाए और उल्लंघन करने वालों पर संस्थागत क्वॉरेंटाइन, आरटीपीसीआर जांच, नेगेटिव रिपोर्ट आने तक किया जाए. साथ ही जुर्माना भी लगाया जाए.
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वहीं नकाते ने समस्त उपखण्ड और ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों से दूसरी बार आईएलआई सर्वे करने को कहा. साथ ही उन्होंने प्रत्येक गली-मोहल्लें में कुछ दुकानें चिन्हित कर डोर-टू-डोर डिलेवरी दिलवाने को कहा. जिससे किसी भी आमजन को परेशानी का सामना ना करना पड़े. बैठक मे जिला पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा ने कहा कि जिले के समस्त बॉडर पर की गई नाकेबंदी को सख्त किया जाए, जिससे जिले में आवागमन को रोका जा सके. साथ ही उन्होंने कहा कि जितने संसाधन है उसका बेहतर उपयोग लेकर एक टीम बनाकर कार्य करें, जिससे कोरोना संक्रमण की चेन तोड़कर मानव जीवन को बचाया जा सके.