भीलवाड़ा. देश के सबसे बड़े न्यायालय से शनिवार को अयोध्या मामले में फैसला आ गया. जिसे देखते हुए जिला और पुलिस प्रशासन मुस्तैद हो गई है. जिला कलेक्टर राजेंद्र भट्ट और पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की मॉनिटरिंग की. इस दौरान उन्होंने जिले में शांति और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारियों को मौके पर मौजूद रहने के निर्देश दिए.
कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय से लेकर रेलवे स्टेशन, गोल प्याऊ चौराहा, सिटी कंट्रोल रूम, सूचना केंद्र और भीमगंज थाने तक पैदल रूट मार्च निकाला. साथ ही जिले के समस्त अधिकारियों, कर्मचारियों और आमजन की सुरक्षा को द्यान में रखते हुए ईटीवी भारत से अपील की. बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि कोर्ट का फैसला किसी की हार-जीत या जय-पराजय का नहीं है. यह फैसला माननीय उच्चतम न्यायालय की ओर से दिया गया है. इसलिए सभी लोग शांति, प्रेम और सद्भावना से इसे स्वीकार करें. भीलवाड़ा की जनता पर मुझे विश्वास है.
उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई अफवाह फैलाता है तो उसकी सूचना पुलिस और प्रशासन को दें. साथ ही किसी के बहकावे में नहीं आए. सोशल मीडिया में प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं करें. अगर लगता है कि सोशल मीडिया में गलत प्रतिक्रियाएं व्यक्त की जा रही हैं, तो पुलिस को इसकी जानकारी दें. जिले में धारा 144 लगा दी गई है और 2 दिन के लिए इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई है.
पढ़ें: अयोध्या : सुप्रीम कोर्ट के ये पांच जज सुनाएंगे ऐतिहासिक फैसला
इस पर पुलिस अधीक्षक हरेंद्र महावर ने कहा कि पूरे जिले में सभी जगह जवानों को तैनात कर दिया गया है और प्रत्येक जवान को मुस्तैद रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही सभी थाना प्रभारियों की शुक्रवार को ही सीएलजी बैठक ली गई थी. जिससे आमजन में समन्वय बनाने की कोशिश की सके. पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है. जनता को किसी तरह की कमी न आए इसका ध्यान रखा जा रहा है.