भीलवाड़ा: जहाजपुर से भाजपा विधायक गोपीचंद मीणा (Gopichand Meena) ने ईटीवी भारत (Etv Bharat) से खास बातचीत करते हुए प्रदेश सरकार को बेदम करार दिया. उन्होंने प्रदेश में बढ़ रहे क्राइम ग्राफ को आधार बनाया. आरोप लगाया कि अपराधियों को लेकर कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए जा रहे हैं. शासन और प्रशासन कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रहा है जिससे माफियाओं के हौसले बुलंद हैं.
बेरोक टोक काम कर रहे बजरी माफिया
मीणा ने अपने विधानसभा क्षेत्र के बहाने अपनी पीठ थपथपाई और पूरी सरकार पर वार किया. बोले- जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र में बनास नदी गुजरती है मैंने अवैध बजरी खनन के मामले को लेकर लगातार विधानसभा में आवाज उठाई है. मैंने हाल ही में 1 सितंबर को जहाजपुर विधानसभा क्षेत्र (Jahajpur Vidhansabha) के 10 हजार कार्यकर्ताओं के साथ भीलवाड़ा (Bhilwara) जिला कलेक्ट्रेट पर पहुंच राज्यपाल के नाम ज्ञापन दिया. फिर भी माफियाओं पर कोई लगाम नहीं लगी.
ये साठंगांठ का मामला है
विधायक ने राजनेताओं और माफियाओं के बीच गठजोड़ का आरोप मढ़ा. बोले-मुझे लगता है कि राजनेता, प्रशासन व बजरी माफियाओं में आपस में सांठगांठ है इसी के चलते ठोस लगाम नहीं लग रही है. वही गोपीचंद मीणा ने क्षेत्र के पूर्व विधायक और कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव धीरज गुर्जर पर चाटुकारिता का आरोप लगाया. कहा हमारे यहां के कांग्रेस नेता बड़े हाईकमान की चमचागिरी में लगे हुए हैं वह क्षेत्र की जनता की सुध नहीं ले रहे हैं, जबकि में जनता के सुख- दुख में हमेशा क्षेत्र में मौजूद रहता हूं.
कांग्रेस की ढिलाई का ही नतीजा है कि प्रदेश में बजरी माफिया, भूमाफिया व अपराध बढ़ गए हैं. सत्ताधारी दल के राष्ट्रीय सचिव क्षेत्र में कोई विकास नहीं करवाया है. उन्होने सिर्फ अपने कार्यकर्ताओं को माफिया पनपाने और अपराध को संरक्षण देने की जिम्मेदारी सौंप दी है.
आपने क्या किया?
मीणा ने कहा कि राजस्थान सरकार से मैंने पहले भी क्षेत्र में बजरी रोकथाम को लेकर मांग की थी. मैंने हाल ही मे मुख्यमंत्री , मुख्य सचिव और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक को पत्र लिखा है.
जब सवाल किया कि आरोप तो आप पर भी है! इस पर बोले- मेरे ऊपर आरोप लगाने का एक ही उद्देश्य है कि यह दबाव में आ जाए वह चुपचाप सरेंडर हो जाए, लेकिन मैं जहाजपुर क्षेत्र की जनता के साथ हूं. जो जनता ने मेरे को जिम्मेदारी दी है उसका मैं कर्तव्य के साथ निर्वहन करता रहूंगा.
प्रशासन गांवों के संग बेअसर
प्रशासन गांवों के संग शिविर को लेकर गोपीचंद मीणा ने कहा कि यह मुहिम महज औपचारिकता है. इसके जरिए फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए जा रहे हैं. सरकार के पास ना पटवारी है न डॉक्टर औन न कर्मचारी. ऐसे में धरातल पर कोई काम नहीं हो रहा है. कांग्रेस सरकार के नेता परिवारवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहे हैं जबकि आमजन की कोई परवाह नहीं कर रहे हैं.