भीलवाड़ा. एक ओर देश में कोरोना जैसी महामारी चल रही है, उसी दौर में चक्रवाती तूफान ने भी हाहाकार मचा रखा है. चक्रवाती तूफान तौकते का असर भीलवाड़ा जिले में भी देखने को मिला. जहा मंगलवार शाम से ही हल्की हवाओं के साथ शहर सहित ग्रामीण क्षेत्र में कभी मूसलाधार तो कभी रिमझिम बारिश हुई. जिससे किसानों की खलियानों में पानी भर गया.
तुफान के साथ हुई बरसात से कहीं किसानों के चेहरे पर खुशी देखने को मिल रही है, वहीं जिन किसानों ने सब्जी की फसल बो रखी है, उनकी फसल पर विपरीत प्रभाव पड़ा है. जहां हवा होने के कारण सब्जी की फसल में कुछ खराब हुआ है, लेकिन कुछ फसलों को जीवनदान मिला है. कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि सही समय पर बरसात होने के कारण भीलवाड़ा जिले के ग्रामीण क्षेत्र में किसान खरीब की फसल के रूप में बोई जाने वाली कपास की फसल की बुआई में जुट जाएंगे.
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वैसे भी भीलवाड़ा जिले में सख्त लॉकडाउन लगा होने के कारण सब कामकाज ठप है, ऐसे में किसान अब अपने खलियानों की ओर मुंह कर सकते हैं. चक्रवाती तूफान के तहत हुए मौसम परिवर्तन से भीलवाड़ा जिले की हुरड़ा, आसींद, माण्डल, गंगापुर, मांडलगढ़, बिजोलिया, शाहपुरा, जहाजपुर, कोटडी और बनेड़ा सभी तहसील मुख्यालय पर बरसात हुई. चक्रवाती तूफान में तेज हवा नहीं होने के कारण कहीं जनहानि नहीं हुई और न ही पेड़ धराशाई हुए हैं. जहां आज भी आसमान में बादल छाए हुए हैं और रिमझिम तो कभी मूसलाधार बारिश का दौर जारी है.