भीलवाड़ा. एंटी करप्शन ब्यूरो की भीलवाड़ा टीम ने राजसमंद जिले के भीम में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केसराम मीणा को 2 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया (ACB arrests executive engineer taking bribe). आरोपी ने सड़क निर्माण के 98 लाख रुपए के बिल भुगतान की एवज में यह रिश्वत मांगी थी. एसीबी टीम ने सत्यापन के बाद आरोपी केसराम को उसके आवास से ही रिश्वत के साथ गिरफ्तार कर लिया.
भीलवाड़ा एसीबी के डीएसपी शिवप्रसाद टेलर ने बताया कि राजसमंद जिले के भीम तहसील के कलालिया गांव का ठाकुर सिंह रावत सार्वजनिक निर्माण विभाग में ठेकेदार हैं. उसने भीम क्षेत्र में डिस्ट्रिक्ट मिनिरल फाऊंडेशन योजना के तहत सड़कों का डामरीकरण का ठेका लिया था. उसने देवगढ़ से आमेट, माद से मुडकोशिया, देवरिया से माताजी का खेड़ा की सड़क में डामरीकरण वर्ष 2018 में किया था. जहां उसका करीब एक करोड़ 16 लाख रुपए का पेमेंट बन रहा था. वर्ष 2018 में 12 लाख रुपए का भुगतान पूर्व में हो चुका है. लेकिन 98 लाख रुपए का भुगतान बकाया था. उस भुगतान को लेकर परिवादी ठाकुर सिंह रावत बार-बार सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता से बकाया भुगतान के लिए फरियाद लगा रहा था. लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केसराम मीणा लगातार बकाया भुगतान का बिल पास करने की एवज में 5 लाख रूपये की रिश्वत की मांग कर रहा था.
परिवादी ने 10 जून को दी थी शिकायत: जिसके बाद परिवादी ठाकुर सिंह रावत ने भीलवाड़ा एसीबी कार्यालय में 10 जून को शिकायत दी और उस शिकायत का एसीबी ने 17 जून को सत्यापन करवाया था. जहां सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केसराम मीणा ने एक लाख रूपये की रिश्वत ली थी. बकाया 4 लाख रूपये रिश्वत की और मांग थी. जिसके बाद भीलवाड़ा एसीबी की टीम ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए राजसमंद जिले के भीम कस्बे में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केसराम मीणा और दलाल गोपाल सिंह को 2 लाख रूपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. एसीबी टीम की ओर से सार्वजनिक निर्माण विभाग भीम के अधिशासी अभियंता केसराम मीणा और उसके साथ गोपाल सिंह को रिश्वत लेते गिरफ्तार कर लिया. एसीबी की टीम अधिशासी अभियंता केसराम मीणा और गोपाल सिंह के आवास की तलाशी ली. अधिशासी अभियंता मूलत सवाईमाधोपुर का निवासी है.