भीलवाड़ा. पिछले तीन दशक से घाटे में चल रहे भारत संचार निगम लिमिटेड में कर्मचारियों का छोड़ने का सिलसिला लगातार जारी है. जिले में मुख्यालय पर शुक्रवार को बीएसएनल के 115 कर्मचारियों ने एक साथ वीआरएस लेने से परिसर में शादी समारोह जैसा माहौल नजर आया. इन सभी कर्मचारियों की ओर से वीआरएस लेने से आयोजित विदाई समारोह में परिजनों के पहुंचने से मेला सा लग गया था. इनमें से 26 कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र के एक्सचेंज में कार्य करने वाले थे.
बीएसएनल महाप्रबंधक आरके मालपानी ने कहा कि घाटे में चल रही बीएसएनएल से सरकार ने अपील की थी कि, जो भी कर्मचारी विआरस लेना चाहते हैं वह ले सकते हैं. इस पर जिले के 115 कर्मचारियों ने शुक्रवार को वीआरएस ले लिया. इनमें से 26 कर्मचारी ग्रामीण क्षेत्र के एक्सचेंज में कार्य करने वाले थे. वहीं हम प्रयास करेंगे कि आने वाले समय में कार्य इसी गति से चलता रहे.
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साथ ही बताया कि सारे कर्मचारी जा रहे हैं, उसके साथ में पिछले 1 महीने से बीएसएनल इस प्रयास में है कि जो बचे हुए कर्मचारी है, उनके लिए नई पॉलिसीज बनाएं. दूसरी प्राइवेट कंपनियों से कंपटीशन के सवाल पर महाप्रबंधक का कहना है कि अब बीएसएनएल भी दूसरी कंपनियों की तरह नई तरह की तकनीक लेकर आएगा जिससे वह कार्य तेजी से कर सके.