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World Migratory Bird Day 2021 : घना ऐसे ही नहीं कहलाता 'पक्षियों का स्वर्ग'...दुनियाभर से यहां पहुंचते हैं 200 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी

हरा भरा जंगल, पानी से लबालब तलैया और उनमें विचरण करते हजारों पक्षी. जमीन से लेकर आसमान तक यहां हर तरफ भांति भांति के खूबसूरत पक्षी विचरण करते नजर आते हैं. असल में कुछ ऐसा ही खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है पक्षियों का स्वर्ग कहे जाने वाले भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
घना ऐसे ही नहीं कहलाता 'पक्षियों का स्वर्ग'
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Published : May 8, 2021, 6:27 PM IST

भरतपुर. कोरोना के संक्रमण काल में भरतपुर का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान फिलहाल पर्यटकों के लिए बंद है. लेकिन मुसाफिर पंछियों के लिए ये हरी-भरी दुनिया साल भर ओपन रहती है. यहां देश-विदेश के कुल 375 प्रजातियों के पक्षी आते हैं, इनमें विदेशी प्रजातियों की तादाद लगभग 200 है. विश्व प्रवासी पक्षी दिवस के अवसर पर देखिए ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट

विश्व धरोहर घना केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार

प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए और इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व प्रवासी पक्षी दिवस मनाया जाता है. विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की बात भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार के बिना अधूरी है. घना 2873 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है. घना चारों तरफ से करीब 2 मीटर ऊंची दीवार से सुरक्षित है. सहायक वन संरक्षक अभिषेक शर्मा कहते हैं कि यहां पक्षियों को पूरी सुरक्षा और भरपूर भोजन मिलता है. यही वजह है कि हजारों मील का सफर तय कर के सैकड़ों प्रजाति के प्रवासी पक्षी यहां आते हैं.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
ऐसी उड़ान जो हजारों मील लंबी है

घना में मिलती है सुरक्षा और भरपूर भोजन

विदेशों में जब तापमान माइनस में चला जाता है और बर्फ की परतों में पक्षियों का पूरा भोजन/वनस्पति और आवास नष्ट हो जाते हैं तब ये पक्षी सुरक्षित आवास और भोजन की तलाश में घना आते हैं. यहां उनको सुरक्षित आवास और भरपूर भोजन उपलब्ध हो जाता है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
फिलहाल इंसानों के लिए बंद, पक्षियों के लिए खुला

इन प्रजातियों के पक्षी आते हैं घना

सहायक वनपाल धर्म सिंह कहते हैं कि घना में ग्रेल लेक गीज, बार हेडेड गीज, कूट, पिण्टेल, पोचर्ड, मेलार्ड, कॉमन क्रेन, हाइड्रोला, कारा, यूटीकेरिया, ऑस्प्रे समेत करीब 200 प्रजाति के विदेशी प्रवासी पक्षी सितंबर से मार्च तक प्रवास करते हैं. उसके बाद इनके मूल स्थान का मौसम सामान्य होने पर यहां से वापस अपने देश लौट जाते हैं.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
कुल 375 देशी विदेशी प्रजातियों के पक्षी मिलते हैं यहां

पढ़ें- 500 साल पुराने हैं राजस्थान के इस नेशनल पार्क और प्रवासी परिंदों के संबंध

सहायक वन संरक्षक अभिषेक शर्मा ने बताया कि घना में प्रवास के दौरान पक्षियों और उनके घरौंदों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है. इसके लिए घना में ट्रैप कैमरे और अन्य प्रकार के उपकरण लगे हुए हैं. साथ ही पूरा फील्ड स्टाफ भी नियमित मॉनिटरिंग करता है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
पक्षियों को मिलती है सुरक्षा और भरपूर भोजन

कोरोना के कारण प्रवेश बंद

अभिषेक शर्मा ने बताया कि कोरोना के कारण गत वर्ष घना (ghana Bird Sanctuary) में करीब 3-4 माह तक पर्यटकों का प्रवेश बैंद किया गया था. इस साल भी कोरोना संक्रमण के कारण उद्यान में पर्यटकों का प्रवेश आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
साइबेरियन क्रेन का आना कम हुआ

कुल मिलाकर, दुनिया जिस दौर से गुजर रही है, उसे समझा आ रहा होगा कि धरती सिर्फ इंसानों के लिए नहीं है. कुदरत का संतुलन करने के लिए जंगल, नदियां, पहाड़, जीव-जंतु और पक्षियों का होना बेहद जरूरी है. ये चिंता की बात है कि साइबेरियन क्रेन का घना आना लगभग बंद हो चुका है. हजारों की तादाद में पक्षियों की मौत भी चिंता पैदा करती है. इसलिए जरूरी है कि दुनिया को खूबसूरत बनाए रखने के लिए इंसान पर्यावरण और पर्यावरण के इन मित्रों को बचाए.

तस्वीरों में देखिये घना की खूबसूरती

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
200 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी आते हैं घना

भरतपुर. कोरोना के संक्रमण काल में भरतपुर का केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान फिलहाल पर्यटकों के लिए बंद है. लेकिन मुसाफिर पंछियों के लिए ये हरी-भरी दुनिया साल भर ओपन रहती है. यहां देश-विदेश के कुल 375 प्रजातियों के पक्षी आते हैं, इनमें विदेशी प्रजातियों की तादाद लगभग 200 है. विश्व प्रवासी पक्षी दिवस के अवसर पर देखिए ईटीवी भारत की ये खास रिपोर्ट

विश्व धरोहर घना केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार

प्रवासी पक्षियों के संरक्षण के लिए और इस संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए विश्व प्रवासी पक्षी दिवस मनाया जाता है. विश्व प्रवासी पक्षी दिवस की बात भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय पक्षी विहार के बिना अधूरी है. घना 2873 हेक्टेयर क्षेत्रफल में फैला हुआ है. घना चारों तरफ से करीब 2 मीटर ऊंची दीवार से सुरक्षित है. सहायक वन संरक्षक अभिषेक शर्मा कहते हैं कि यहां पक्षियों को पूरी सुरक्षा और भरपूर भोजन मिलता है. यही वजह है कि हजारों मील का सफर तय कर के सैकड़ों प्रजाति के प्रवासी पक्षी यहां आते हैं.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
ऐसी उड़ान जो हजारों मील लंबी है

घना में मिलती है सुरक्षा और भरपूर भोजन

विदेशों में जब तापमान माइनस में चला जाता है और बर्फ की परतों में पक्षियों का पूरा भोजन/वनस्पति और आवास नष्ट हो जाते हैं तब ये पक्षी सुरक्षित आवास और भोजन की तलाश में घना आते हैं. यहां उनको सुरक्षित आवास और भरपूर भोजन उपलब्ध हो जाता है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
फिलहाल इंसानों के लिए बंद, पक्षियों के लिए खुला

इन प्रजातियों के पक्षी आते हैं घना

सहायक वनपाल धर्म सिंह कहते हैं कि घना में ग्रेल लेक गीज, बार हेडेड गीज, कूट, पिण्टेल, पोचर्ड, मेलार्ड, कॉमन क्रेन, हाइड्रोला, कारा, यूटीकेरिया, ऑस्प्रे समेत करीब 200 प्रजाति के विदेशी प्रवासी पक्षी सितंबर से मार्च तक प्रवास करते हैं. उसके बाद इनके मूल स्थान का मौसम सामान्य होने पर यहां से वापस अपने देश लौट जाते हैं.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
कुल 375 देशी विदेशी प्रजातियों के पक्षी मिलते हैं यहां

पढ़ें- 500 साल पुराने हैं राजस्थान के इस नेशनल पार्क और प्रवासी परिंदों के संबंध

सहायक वन संरक्षक अभिषेक शर्मा ने बताया कि घना में प्रवास के दौरान पक्षियों और उनके घरौंदों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जाता है. इसके लिए घना में ट्रैप कैमरे और अन्य प्रकार के उपकरण लगे हुए हैं. साथ ही पूरा फील्ड स्टाफ भी नियमित मॉनिटरिंग करता है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
पक्षियों को मिलती है सुरक्षा और भरपूर भोजन

कोरोना के कारण प्रवेश बंद

अभिषेक शर्मा ने बताया कि कोरोना के कारण गत वर्ष घना (ghana Bird Sanctuary) में करीब 3-4 माह तक पर्यटकों का प्रवेश बैंद किया गया था. इस साल भी कोरोना संक्रमण के कारण उद्यान में पर्यटकों का प्रवेश आगामी आदेश तक बंद कर दिया गया है.

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
साइबेरियन क्रेन का आना कम हुआ

कुल मिलाकर, दुनिया जिस दौर से गुजर रही है, उसे समझा आ रहा होगा कि धरती सिर्फ इंसानों के लिए नहीं है. कुदरत का संतुलन करने के लिए जंगल, नदियां, पहाड़, जीव-जंतु और पक्षियों का होना बेहद जरूरी है. ये चिंता की बात है कि साइबेरियन क्रेन का घना आना लगभग बंद हो चुका है. हजारों की तादाद में पक्षियों की मौत भी चिंता पैदा करती है. इसलिए जरूरी है कि दुनिया को खूबसूरत बनाए रखने के लिए इंसान पर्यावरण और पर्यावरण के इन मित्रों को बचाए.

तस्वीरों में देखिये घना की खूबसूरती

World Migratory Bird Day 2021, Keoladeo National Park
200 प्रजातियों के प्रवासी पक्षी आते हैं घना
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