भरतपुर. वर्ष 1971 में पाकिस्तान पर विजय हासिल करने के उपलक्ष में गुरुवार को 50 वां विजय दिवस (Vijay Diwas Celebration In Bharatpur) मनाया गया. इस अवसर पर स्टेडियम स्थित शहीद स्मारक पर आयोजित समारोह में भरतपुर के वीर चक्र सूबेदार बृजेंद्र सिंह को सम्मानित किया गया. साथ ही वीर सपूत शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. भारत- पाकिस्तान युद्ध 1971 के जांबाज योद्धा वीर चक्र सूबेदार बृजेंद्र सिंह ने युद्ध में अदम्य पराक्रम दिखाते हुए दुश्मनों को खदेड़ दिया था.
जख्मी हाथ से हथिया ली थी दुश्मन की पोस्ट
जिले के गुनसारा गांव निवासी वीर चक्र सूबेदार बृजेन्द्र सिंह भारतीय सेना की 4 जाट रेजीमेंट में पंजाब में तैनात थे. 3 दिसंबर 1971 को पाकिस्तानी वायु सेना के हमले के बाद सूबेदार बृजेंद्र सिंह ने अपने 4 जवानों के साथ 6 दिसंबर को पंजाब के गुरमुख गांव में मोर्चा संभाला. यहां बनकर बनाए बैठे दुश्मन से सूबेदार बृजेंद्र सिंह और उनके चार जवानों का सामना हो गया. सूबेदार बृजेंद्र सिंह ने दुश्मन के बंकर को ध्वस्त कर दिया.
बंकर ध्वस्त होते ही कुछ दुश्मन हमले में मारे गए और कुछ मौके से भाग छूटे, लेकिन एक दुश्मन बंकर में बैठकर भारतीय सैनिकों पर लगातार गोलीबारी कर रहा था. सूबेदार बृजेन्द्र सिंह रेंगते हुए बंकर तक पहुंचे और गोलियां दाग रही एमएमजी को हाथ से पकड़ कर खींच लिया. आग उगल रही एमएमजी से सूबेदार बृजेंद्र सिंह का बायां हाथ बुरी तरह से जख्मी हो गया, लेकिन सूबेदार का अदम्य साहस देखकर दुश्मन भाग छूटा और सूबेदार ने जख्मी होने के बावजूद दुश्मन का पोस्ट हथिया लिया.
गुरुवार को 50वें विजय दिवस के अवसर पर वीर चक्र सूबेदार बृजेंद्र सिंह को जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने माला पहनाकर और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया. इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार विश्नोई ने शहीद की वीरांगना और परिजनों को भी सम्मानित किया. कार्यक्रम में कर्नल रोहित समेत जिला सैनिक अधिकारी कर्नल केवीएस ठैनुआ एवं अन्य सैन्य अधिकारी भी मौजूद थे. गौरतलब है कि 1971 में भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ. युद्ध में पाकिस्तानी सेना के 93 हजार सैनिकों ने भारत के सामने आत्मसमर्पण कर दिया था.