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सहकारिता मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर पर सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में पाना चाहता था नौकरी, धरा गया शातिर

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Published : Apr 9, 2022, 6:12 PM IST

भरतपुर में सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के फर्जी हस्ताक्षर वाले पत्र (fake signature letter of Udayalal Anjana) के जरिए व्यवस्थापक की नौकरी हासिल करने के प्रयास में एक आरोपी को दबोच लिया गया. मामले में शामिल अन्य आरोपियों की भी पुलिस तलाश कर रही है.

fake signature letter of Udayalal Anjana
शातिर गिरफ्तार

भरतपुर. शहर के बिजलीघर चौराहे पर स्थित सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में 3-4 शातिर अपराधी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के फर्जी हस्ताक्षर वाले पत्र (fake signature letter of Udayalal Anjana) से चतुर्थ श्रेणी और व्यवस्थापक के पद पर नौकरी हासिल करना चाहते थे. कागजातों की जांच में शातिरों की पोल खुल गई और बैंक ने आरोपियों ते खिलाफ धोधाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया. अब पुलिस ने पूर्व मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर नौकरी पाने के प्रयास में एक शातिर बदमाश को धर दबोचा है.

मथुरा गेट थाना प्रभारी रामनाथ ने बताया कि 17 मार्च 2020 को सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की ओर से मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया गया था. प्रकरण में करीब तीन-चार आरोपियों ने सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के फर्जी हस्ताक्षर और कार्यालय का फर्जी डिस्पैच नंबर लेकर बिजली घर चौराहे पर स्थित सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में चतुर्थ श्रेणी और व्यवस्थापक के पद पर नौकरी के लिए आवेदन किया था.

पढ़ें. राजस्थान का नटवरलाल: एक संविदाकर्मी नियमों को ताक पर रखकर बन गया CEO और कर डाला करोड़ों रुपए का घोटाला

जब बैंक में कागजातों की जांच की गई तो मंत्री आंजना के हस्ताक्षर और डिस्पैच नंबर फर्जी पाए गए. ऐसे में बैंक प्रबंधन की ओर से 17 मार्च 2020 को इस संबंध में मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया गया. मामला दर्ज होने के तुरंत बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई, लेकिन 2 साल तक सुराग नहीं लगा. अब मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने वैर के समराया गांव निवासी शातिर आरोपी कुंवर सिंह पुत्र मदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.

भरतपुर. शहर के बिजलीघर चौराहे पर स्थित सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में 3-4 शातिर अपराधी सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के फर्जी हस्ताक्षर वाले पत्र (fake signature letter of Udayalal Anjana) से चतुर्थ श्रेणी और व्यवस्थापक के पद पर नौकरी हासिल करना चाहते थे. कागजातों की जांच में शातिरों की पोल खुल गई और बैंक ने आरोपियों ते खिलाफ धोधाधड़ी का मामला दर्ज करा दिया. अब पुलिस ने पूर्व मंत्री के फर्जी हस्ताक्षर कर नौकरी पाने के प्रयास में एक शातिर बदमाश को धर दबोचा है.

मथुरा गेट थाना प्रभारी रामनाथ ने बताया कि 17 मार्च 2020 को सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की ओर से मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया गया था. प्रकरण में करीब तीन-चार आरोपियों ने सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना के फर्जी हस्ताक्षर और कार्यालय का फर्जी डिस्पैच नंबर लेकर बिजली घर चौराहे पर स्थित सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में चतुर्थ श्रेणी और व्यवस्थापक के पद पर नौकरी के लिए आवेदन किया था.

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जब बैंक में कागजातों की जांच की गई तो मंत्री आंजना के हस्ताक्षर और डिस्पैच नंबर फर्जी पाए गए. ऐसे में बैंक प्रबंधन की ओर से 17 मार्च 2020 को इस संबंध में मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया गया. मामला दर्ज होने के तुरंत बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई, लेकिन 2 साल तक सुराग नहीं लगा. अब मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने वैर के समराया गांव निवासी शातिर आरोपी कुंवर सिंह पुत्र मदन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस अन्य आरोपियों की भी तलाश कर रही है.

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