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भरतपुर में बरसात का दौर जारी, 6 साल बाद खोले गए बांध बारैठा के गेट...दो दिन बंद रहेंगे स्कूल - Rainfall in Bharatpur

भरतपुर, धौलपुर सहित कई जिलों में बारिश का दौर जारी है. लगातार बारिश के कारण शहर, कस्बे के सड़क तालाब (Continuous Rainfall in Bharatpur) में तब्दील हो गए हैं. बांध बारैठा का एक गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही है. जिला कलेक्टर ने 10 और 11 अक्टूबर को सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. वहीं धौलपुर में पार्वती नदी के बांध में पानी की आवक लगातार जारी है. इसके कारण बांध के 10 गेट खोलकर पानी रिलीज किया गया है.

Continuous Rainfall in Bharatpur
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Published : Oct 9, 2022, 4:08 PM IST

Updated : Oct 9, 2022, 10:57 PM IST

भरतपुर. जिले में महज 24 घंटे में रिकॉर्ड 130 मिलीमीटर बरसात (Continuous Rainfall in Bharatpur) हुई है. ऐसे में अब तक जिले में कुल औसत बरसात 730 मिमी हो चुकी है. बांधों में भी काफी मात्रा में पानी की आवक हुई है. लगातार बारिश के कारण बांध बारैठा का जलस्तर 28 फीट के पार पहुंच चुका है. बांध बारैठा की कुल भराव क्षमता 29 फीट है. जिसके बाद एक गेट खोलकर पानी की निकासी शुरु की गई है. बांध से 500 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसा 6 साल बाद हो रहा है जब बांध बारैठा के गेट खोले गए. वहीं कलेक्टर ने 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में दो दिनों का अवकाश घोषित किया है.

अजान बांध में भी एक ही रात में 7 फीट पानी आया है, जिसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा जा रहा है. जिले में शुक्रवार रात से ही बरसात का दौर जारी है. भरतपुर शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों खेत लबालब हो गए. बयाना के गांव सिंघाड़ा में देर रात को दो मकान ढह गए. वहीं प्रशासन ने बहाव क्षेत्र वाले दर्जनों गांवों में अलर्ट जारी किया है. साथ ही ग्रामीणों से पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की अपील की है.

राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश

उपखंड क्षेत्र में 48 घंटे से बारिश का दौर जारी है. एसडीएम त्रिलोकचंद मीणा, सीओ अजय शर्मा, तहसीलदार अमित शर्मा, गढ़ी बाजना थाना प्रभारी महेंद्र शर्मा सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी बांध पर मौजूद हैं.

यहां इतनी बरसात:

भरतपुर- 214 मिमी
सेवर - 227 मिमी
नदबई - 91 मिमी
हलेना - 121 मिमी
हिंगोटा - 55 मिमी
कुम्हेर - 89 मिमी
अजान बांध - 190 मिमी
बयाना - 107 मिमी
बांध बारैठा - 105 मिमी
रूपवास - 117 मिमी
सेवला - 110 मिमी
वैर - 118 मिमी
भुसावर - 108 मिमी
उच्चैन - 167 मिमी

पढ़ें. Rain in Rajasthan: बारिश से कहीं किसानों के चेहरे खिले, कहीं छाई मायूसी, मलिंगा ने की मुआवजे की मांग

बांध बारैठा के आज खुल सकते हैं गेट : जल संसाधन विभाग के एक्सईएन बने सिंह ने बताया कि जिले में (water Level increasing in Bandh Baretha) हुई तेज बरसात के चलते अजान बांध में 7 फीट और चिकसाना बांध में 5.95 फीट पानी आया है. बांध बारैठा की भराव क्षमता 29 फीट है और अभी इसका गेज 28 फीट पार कर चुका है. जिसके बाद एक गेट खोलकर पानी की निकासी शुरु की गई है.

दो दिनों तक बंद रहेंगे स्कूल : जिलेभर में दो दिन से हो रही भारी बारिश और मौसम विभाग की चेतावनी के चलते जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने आदेश जारी कर 10 और 11 अक्टूबर को जिलेभर में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. जिले में भारी बरसात होने के कारण जलभराव से रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं एवं मकानों को क्षति हुई है. हालांकि सभी शिक्षक विद्यालयों में और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे.

जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भारी बरसात को देखते हुए भरतपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन निगरानी रख रही है. जिला प्रशासन, नगर निगम के माध्यम से जल भराव से पीड़ित परिवारों को आश्रय व भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. साथ ही जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों, नगरीय संस्थाओं के अधिशाषी अधिकारियों, तहसीलदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

हेल्पलाइन नंबर जारी : जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. जिसका दूरभाष नम्बर 05644-220320 है. यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यशील रहेगा. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आमजन इस नम्बर पर सूचना दे सकते हैं. जिला कलेक्टर ने आमजन से सहयोग की अपील की है.

लेट होगी बुवाई : कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक देशराज सिंह ने बताया कि जिले में हो रही बरसात के चलते रबी की फसलों की बुवाई करीब 10 दिन लेट होने की संभावना है. संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और अलवर जिले में किसानों ने करीब 1 लाख हेक्टेयर जमीन में रवि की फसलों की बुवाई कर दी है. ऐसे में जिन खेतों में बीज अंकुरित नहीं हुआ है उन खेतों में किसानों को दोबारा से बुवाई करनी पड़ेगी. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. इस बार जिले मानसूनी सीजन में औसत से कम बरसात हुई थी. लेकिन सितंबर और अक्टूबर में जिले में रिकॉर्ड बरसात हुई है. जिसके चलते जिले में औसत बरसात से काफी ज्यादा कुल 730 मिमी बरसात हो चुकी है.

पढ़ें. बेमौसम बारिश ने फेरा किसानों की उम्मीद पर पानी, हाड़ौती में 5 लाख हेक्टेयर की फसल में नुकसान

नदबई में सड़कों पर भरा पानी : कस्बे में शुक्रवार से ही बारिश के कारण हाल-बेहाल है. कस्बे में जगह-जगह घुटनों तक पानी भरने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महात्मा गांधी स्कूल के पास सड़क तालाब में तब्दील हो गए हैं. वहीं किसान ने सरसों की बुवाई के लिए खेत तैयार कर दिया है. लेकिन मौसम के करवट लेने से किसान चिंता में है. बारिश होने से खेत भी लबालब हो गए हैं. ऐसे में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धौलपुर में पार्वती बांध के खोले गए 10 गेट : जिले में लगातार 60 घंटे से हो रही रुक-रुक कर बारिश से अधिकांश (Parvati Dam overflow in Dholpur) नदी-नाले और तालाब उफान पर हैं. करौली जिले के डांग क्षेत्र में हुई बारिश से पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में पानी की लगातार आवक हो रही है. पार्वती बांध के गेट को मेंटेन करने के लिए सिंचाई विभाग ने 10 गेट खोल कर पानी रिलीज किया है. इस वजह से बसेड़ी और सैंपऊ उपखंड के कई सड़क मार्गों का संपर्क कट चुका है. उपखंड मुख्यालय से करीब 50 गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है.

कोटा में खराब हुईं फसलें : कोटा के संगोद में बेमौसम बरसात से धान, सोयाबीन की फसलें बर्बाद हो गई हैं. लगातार बारिश के कारण खेत तालाब बन चुके हैं. किसान लालचंद शर्मा ने बताया कि बिन मौसम बरसात से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो गई. शर्मा ने बताया कि सरकार को फसल खराबे की मुआवजा किसानों को देना चाहिए.

भरतपुर. जिले में महज 24 घंटे में रिकॉर्ड 130 मिलीमीटर बरसात (Continuous Rainfall in Bharatpur) हुई है. ऐसे में अब तक जिले में कुल औसत बरसात 730 मिमी हो चुकी है. बांधों में भी काफी मात्रा में पानी की आवक हुई है. लगातार बारिश के कारण बांध बारैठा का जलस्तर 28 फीट के पार पहुंच चुका है. बांध बारैठा की कुल भराव क्षमता 29 फीट है. जिसके बाद एक गेट खोलकर पानी की निकासी शुरु की गई है. बांध से 500 एमसीएफटी पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसा 6 साल बाद हो रहा है जब बांध बारैठा के गेट खोले गए. वहीं कलेक्टर ने 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में दो दिनों का अवकाश घोषित किया है.

अजान बांध में भी एक ही रात में 7 फीट पानी आया है, जिसे केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में छोड़ा जा रहा है. जिले में शुक्रवार रात से ही बरसात का दौर जारी है. भरतपुर शहर की कई कॉलोनियां जलमग्न हो गईं. वहीं ग्रामीण क्षेत्रों खेत लबालब हो गए. बयाना के गांव सिंघाड़ा में देर रात को दो मकान ढह गए. वहीं प्रशासन ने बहाव क्षेत्र वाले दर्जनों गांवों में अलर्ट जारी किया है. साथ ही ग्रामीणों से पशुओं को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की अपील की है.

राजस्थान के कई जिलों में भारी बारिश

उपखंड क्षेत्र में 48 घंटे से बारिश का दौर जारी है. एसडीएम त्रिलोकचंद मीणा, सीओ अजय शर्मा, तहसीलदार अमित शर्मा, गढ़ी बाजना थाना प्रभारी महेंद्र शर्मा सहित सिंचाई विभाग के अधिकारी बांध पर मौजूद हैं.

यहां इतनी बरसात:

भरतपुर- 214 मिमी
सेवर - 227 मिमी
नदबई - 91 मिमी
हलेना - 121 मिमी
हिंगोटा - 55 मिमी
कुम्हेर - 89 मिमी
अजान बांध - 190 मिमी
बयाना - 107 मिमी
बांध बारैठा - 105 मिमी
रूपवास - 117 मिमी
सेवला - 110 मिमी
वैर - 118 मिमी
भुसावर - 108 मिमी
उच्चैन - 167 मिमी

पढ़ें. Rain in Rajasthan: बारिश से कहीं किसानों के चेहरे खिले, कहीं छाई मायूसी, मलिंगा ने की मुआवजे की मांग

बांध बारैठा के आज खुल सकते हैं गेट : जल संसाधन विभाग के एक्सईएन बने सिंह ने बताया कि जिले में (water Level increasing in Bandh Baretha) हुई तेज बरसात के चलते अजान बांध में 7 फीट और चिकसाना बांध में 5.95 फीट पानी आया है. बांध बारैठा की भराव क्षमता 29 फीट है और अभी इसका गेज 28 फीट पार कर चुका है. जिसके बाद एक गेट खोलकर पानी की निकासी शुरु की गई है.

दो दिनों तक बंद रहेंगे स्कूल : जिलेभर में दो दिन से हो रही भारी बारिश और मौसम विभाग की चेतावनी के चलते जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने आदेश जारी कर 10 और 11 अक्टूबर को जिलेभर में कक्षा 1 से 12वीं तक के सभी स्कूलों में अवकाश घोषित किया है. जिले में भारी बरसात होने के कारण जलभराव से रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं एवं मकानों को क्षति हुई है. हालांकि सभी शिक्षक विद्यालयों में और आगंनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका आंगनबाड़ी केन्द्रों पर अनिवार्य रूप से उपस्थित रहेंगे.

जिला कलेक्टर आलोक रंजन ने बताया कि भारी बरसात को देखते हुए भरतपुर शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन निगरानी रख रही है. जिला प्रशासन, नगर निगम के माध्यम से जल भराव से पीड़ित परिवारों को आश्रय व भोजन की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है. साथ ही जिले के सभी उपखण्ड अधिकारियों, विकास अधिकारियों, नगरीय संस्थाओं के अधिशाषी अधिकारियों, तहसीलदारों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं.

हेल्पलाइन नंबर जारी : जिला मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. जिसका दूरभाष नम्बर 05644-220320 है. यह नियंत्रण कक्ष 24 घंटे कार्यशील रहेगा. किसी भी प्रकार की समस्या होने पर आमजन इस नम्बर पर सूचना दे सकते हैं. जिला कलेक्टर ने आमजन से सहयोग की अपील की है.

लेट होगी बुवाई : कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक देशराज सिंह ने बताया कि जिले में हो रही बरसात के चलते रबी की फसलों की बुवाई करीब 10 दिन लेट होने की संभावना है. संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर और अलवर जिले में किसानों ने करीब 1 लाख हेक्टेयर जमीन में रवि की फसलों की बुवाई कर दी है. ऐसे में जिन खेतों में बीज अंकुरित नहीं हुआ है उन खेतों में किसानों को दोबारा से बुवाई करनी पड़ेगी. इससे किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ेगा. इस बार जिले मानसूनी सीजन में औसत से कम बरसात हुई थी. लेकिन सितंबर और अक्टूबर में जिले में रिकॉर्ड बरसात हुई है. जिसके चलते जिले में औसत बरसात से काफी ज्यादा कुल 730 मिमी बरसात हो चुकी है.

पढ़ें. बेमौसम बारिश ने फेरा किसानों की उम्मीद पर पानी, हाड़ौती में 5 लाख हेक्टेयर की फसल में नुकसान

नदबई में सड़कों पर भरा पानी : कस्बे में शुक्रवार से ही बारिश के कारण हाल-बेहाल है. कस्बे में जगह-जगह घुटनों तक पानी भरने से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. महात्मा गांधी स्कूल के पास सड़क तालाब में तब्दील हो गए हैं. वहीं किसान ने सरसों की बुवाई के लिए खेत तैयार कर दिया है. लेकिन मौसम के करवट लेने से किसान चिंता में है. बारिश होने से खेत भी लबालब हो गए हैं. ऐसे में किसानों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.

धौलपुर में पार्वती बांध के खोले गए 10 गेट : जिले में लगातार 60 घंटे से हो रही रुक-रुक कर बारिश से अधिकांश (Parvati Dam overflow in Dholpur) नदी-नाले और तालाब उफान पर हैं. करौली जिले के डांग क्षेत्र में हुई बारिश से पार्वती बांध के कैचमेंट एरिया में पानी की लगातार आवक हो रही है. पार्वती बांध के गेट को मेंटेन करने के लिए सिंचाई विभाग ने 10 गेट खोल कर पानी रिलीज किया है. इस वजह से बसेड़ी और सैंपऊ उपखंड के कई सड़क मार्गों का संपर्क कट चुका है. उपखंड मुख्यालय से करीब 50 गांव का संपर्क पूरी तरह से टूट चुका है.

कोटा में खराब हुईं फसलें : कोटा के संगोद में बेमौसम बरसात से धान, सोयाबीन की फसलें बर्बाद हो गई हैं. लगातार बारिश के कारण खेत तालाब बन चुके हैं. किसान लालचंद शर्मा ने बताया कि बिन मौसम बरसात से किसानों की पूरी फसल बर्बाद हो गई. शर्मा ने बताया कि सरकार को फसल खराबे की मुआवजा किसानों को देना चाहिए.

Last Updated : Oct 9, 2022, 10:57 PM IST
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