भरतपुर. शुक्रवार को जामा मस्जिद में सैकड़ों की संख्या में रोजेदारों ने रमजान की आखिरी नमाज पढ़ी. इसके बाद मस्जिद के मौलवी ने सभी रोजेदारों को नमाज अदा करवाई. इस दौरान पुलिस की कड़ी व्यवस्था देखने को मिली. वहीं, नमाज अदा करने छोटे-छोटे बच्चे भी आए और सभी नमाजियों ने देश में अमन और चैन की दुआ मांगी.
रमजान के पाक महीने की आज आखिरी नमाज पढ़ी गई. इस दिन रोजेदार सुबह से ही तैयारियां शुरू कर देते हैं. ऐसा माना जाता है कि रमजान के आखिरी जुमे की नमाज को अदा करने से दुआएं कबूल होती हैं. खुदा रोजेदारों पर रहमतों की बारिश करता है और लोगों में प्यार, भाईचारा बढ़ता है. रमजान के महीने में जुमे की चार नमाजें पढ़ी जाती हैं. यानी कि महीने के चार शुक्रवार के दिन जुमे की नमाज होती है और रमजान में आखिरी जुमे के दिन आखिरी नमाज पढ़ी जाती है.