भरतपुर. प्रदेश में चल रही सियासी उथल पुथल के बाद सचिन पायलट, रमेश मीणा और विश्वेन्द्र सिंह को उनके पद से हटा दिया गया. विश्वेन्द्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के खिलाफ जनता का विरोध सामने आ रहा है. विश्वेन्द्र सिंह डीग-कुम्हेर विधानसभा सीट से विधायक हैं. उनके पास सरकार में पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री का पद था लेकिन मंगलवार को विधायक दल की बैठक के बाद उनको मंत्री पद से हटा दिया गया.
विश्वेंद्र सिंह को मंत्री पद से हटाने की खबर जैसे ही उनके समर्थकों को लगी. मंत्री के समर्थक गहलोत सरकार के विरोध में सड़कों पर निकल आए. विश्वेंद्र सिंह के समर्थकों ने सीएम गहलोत के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. समर्थकों ने कहा कि विश्वेन्द्र सिंह को कैबिनेट मंत्री के पद से हटाने का फैसला तानाशाही है. इस निर्णय के खिलाफ जनता में काफी रोष है. अगर कांग्रेस सरकार इस फैसले को वापस नहीं लेती है तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
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मंगलवार को सचिन पायलट और उनके समर्थक मंत्रियों पर कार्रवाई को बाद गहलोत ने विधायक दल की बैठक से नदारद रहने वाले विधायकों को भी कारण बताओ नोटिस दिया जा सकता है. वहीं मंत्री पद से हटाए गए विश्वेंद्र सिंह ने ट्वीट कर कहा कि उन्होंने कोई पार्टी विरोधी काम नहीं किया है. उन्हें अपने मंत्री पद से हटाने का कोई मलाल नहीं है, वो विधायक के तौर पर क्षेत्र की जनता की ज्यादा सेवा कर सकते है. वहीं सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री और अध्यक्ष पद से हटाये जाने के बाद शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा कि 'मैं उन्हें हमारे सबसे अच्छे और प्रतिभाशाली लोगों में से एक मानता हूं'.