नगर (भरतपुर). ब्लॉक के चिकित्सा कर्मियों की कार्यशाला का आयोजन कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ गोपाल शर्मा के मुख्य अतिथ्य में किया गया. कार्यशाला में भरतपुर आर सी एच ओ डॉक्टर अमर सिंह सैनी व ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सचिन खंडेलवाल मौजूद रहे. मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने चिकित्सा कर्मियों को खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया खसरा एक जानलेवा और संक्रामक रोग है.
जो वायरस से फैलता है व बच्चों में असमय मृत्यु या विकलांगता का एक मुख्य कारण है. भारत में खसरा के कारण प्रतिवर्ष लगभग 50 हजार बच्चों की मृत्यु हो जाती है. गर्भवती महिलाओं में रूबेला रोग होने से जन्मजात रूबैला सिंड्रोम हो सकता है जो गर्भ में पल रहे नवजात शिशुओं के लिए बेहद गंभीर हो सकता है. इससे गर्भपात समय पूर्व प्रसव या मृत प्रसव की संभावनाएं बढ़ जाती हैं. दीर्घकालीन जन्मजात विसंगतियां भी हो जाती हैं. जिससे आंख मे ग्लूकोज, मोतियाबिंद, कान में बहरापन तथा मस्तिष्क प्रभावित हो सकते हैं.
इन दोनों गंभीर बीमारियों का कोई निश्चित इलाज नहीं है एवं इनसे बचाव का खसरा रूबेला टीकाकरण ही सबसे सरल एवं सुरक्षित व सर्वश्रेष्ठ उपाय है. चिकित्सा कर्मियों को खसरा रूबेला टीकाकरण अभियान के बारे में जानकारी देते हुए बताया अभियान के दौरान नियमित टीकाकरण की सभी गतिविधियां जारी रहेगी परंतु इन सत्रों में एमआर का टीका सप्लाई नहीं किया जाएगा.