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सरपंच संघ ने गहलोत सरकार के खिलाफ मोर्चा, ग्राम पंचायत की जगह पंचायत समितियों में राशि डालने का जताया विरोध

भरतपुर में सरपंचों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए जिला कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी की. साथ ही जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया. उनका आरोप है कि राज्य सरकार ने 14वें वित्त आयोग की केंद्र सरकार से मिली राशि ग्राम पंचायतों के खाते में आनी चाहिए.

Sarpanch Sangh strike against state government,  सरपंच संघ ने खोला राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा
सरपंच संघ ने खोला राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा
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Published : Nov 29, 2019, 1:52 PM IST

भरतपुर. जिले के सरपंच संघ ने शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सरपंचों का आरोप है कि दो दशकों से केंद्रीय वित्त आयोग की अनुदान राशि ग्राम पंचायतों के खातों में सीधे आती थी. लेकिन राज्य सरकार ने चौदहवें वित्त आयोग की केंद्र सरकार से मिली राशि जो कि ग्राम पंचायतों के खाते में आनी थी. वह राशि 1 हजार 8 सौ 50 करोड़ पंचायत समिति के खातों में डाल दी गई.

सरपंच संघ ने खोला राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा

जिसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी और विकास अधिकारी ने पंचायत समितियों को एफएपसी की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में डालने के आदेश दिए थे, लेकिन उन आदेशों की अवेहलना करते हुए शुक्रवार को राशि ग्राम पंचायतों के खाते में नहीं डाली गई है. इसके अलावा भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हजार की राशि पंचायत समितियों के खातों से अभी तक ट्रांसफर नहीं हुई है, जिसकी वजह से चल रहे विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं.

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ऐसे में सरपंच संघ की मांग है कि भारत सरकार द्बारा जारी की गई, भरतपुर जिले की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हजार की राशि को पंचायत समितियों के खाते से भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाई जाए.

पढ़ेंः साध्वी के बयान पर धारीवाल का पलटवार- कांग्रेस का कोई साधारण कार्यकर्ता भी इस तरह की बात कहता तो हाईकमान 1 मिनट में बाहर निकाल देता

वहीं सरपंच संघ का आरोप है कि भरतपुर जिले की कुछ पंचायत समितियों द्बारा मनमाने तरीके से एफएपसी की 25 प्रतिशत राशि ही ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाने की योजना बनाई जा रही है. अगर राज्य सरकार ऐसा नही करती तो जल्द ही जिला कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा.

भरतपुर. जिले के सरपंच संघ ने शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. सरपंचों का आरोप है कि दो दशकों से केंद्रीय वित्त आयोग की अनुदान राशि ग्राम पंचायतों के खातों में सीधे आती थी. लेकिन राज्य सरकार ने चौदहवें वित्त आयोग की केंद्र सरकार से मिली राशि जो कि ग्राम पंचायतों के खाते में आनी थी. वह राशि 1 हजार 8 सौ 50 करोड़ पंचायत समिति के खातों में डाल दी गई.

सरपंच संघ ने खोला राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा

जिसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी और विकास अधिकारी ने पंचायत समितियों को एफएपसी की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में डालने के आदेश दिए थे, लेकिन उन आदेशों की अवेहलना करते हुए शुक्रवार को राशि ग्राम पंचायतों के खाते में नहीं डाली गई है. इसके अलावा भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हजार की राशि पंचायत समितियों के खातों से अभी तक ट्रांसफर नहीं हुई है, जिसकी वजह से चल रहे विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं.

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ऐसे में सरपंच संघ की मांग है कि भारत सरकार द्बारा जारी की गई, भरतपुर जिले की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हजार की राशि को पंचायत समितियों के खाते से भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाई जाए.

पढ़ेंः साध्वी के बयान पर धारीवाल का पलटवार- कांग्रेस का कोई साधारण कार्यकर्ता भी इस तरह की बात कहता तो हाईकमान 1 मिनट में बाहर निकाल देता

वहीं सरपंच संघ का आरोप है कि भरतपुर जिले की कुछ पंचायत समितियों द्बारा मनमाने तरीके से एफएपसी की 25 प्रतिशत राशि ही ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाने की योजना बनाई जा रही है. अगर राज्य सरकार ऐसा नही करती तो जल्द ही जिला कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा.

Intro:भरतपुर-29-11-2019
एंकर- आज भरतपुर जिले के सरपंच संघ ने जिला कलेक्ट्रेट पर नारेबाजी करते हुए जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। और राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। 
  सरपंचों का आरोप है कि दो दशकों से केंद्रीय वित्त आयोग की अनुदान राशि ग्राम पंचायतों के खातों में सीधे आती थी। मगर राज्य सरकार ने चौदहवें वित्त आयोग की केंद्र सरकार से मिली राशि जो कि ग्राम पंचायतों के खाते में आनी थी वह राशि 1850 करोड़ पंचायत समिति के खातों में डाल दी। जिसके बाद मुख्य कार्यकारी अधिकारी और विकास अधिकारी ने पंचायत समितियों को FFC की राशि ग्राम पंचायतों के खाते में डालने के आदेश दिए थे। लेकिन उन आदेशो की अवेहलना करते हुए आज राशि ग्राम पंचायतों के खाते में नही डाली गई है। इसके अलावा भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हज़ार की राशि पंचायत समितियों के खातों से अभी तक ट्रांसफर नही हुई है। जिसकी बजह से चल रहे विकास कार्य पूरी तरह से ठप हो गए हैं। 
  इसलिए सरपंच संघ की मांग है कि भारत सरकार द्बारा जारी की गई। भरतपुर जिले की दूसरी किश्त 56 करोड़ 33 लाख 80 हज़ार की राशि को पंचायत समितियों के खाते से भरतपुर जिले की सभी ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाई जाए।  और सरपंच संघ का आरोप है कि भरतपुर जिले की कुछ पंचायत समितियों द्बारा मनमाने तरीके से FFC की 25 प्रतिशत राशि ही ग्राम पंचायतों के खाते में जमा करवाने की योजना बनाई जा रही है। अगर राज्य सरकार ऐसा नही करती तो जल्द ही जिला कलेक्ट्रेट के बाहर अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा।
बाइट- मोहन रारह, सरपंच
बाइट- सुरेश पाल सिंह, सरपंच
बाइट- संतोष फौजदार, जिला अध्यक्ष RLD


Body:भरतपुर जिले में सरपंच संघ ने खोला राज्य सरकार के खिलाफ मोर्चा, ग्राम पंचायत की जगह पंचायत समितियों में राशि डालने का जताया विरोध


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