भरतपुर. सेवर जेल अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप के लिए प्रदेश के भरतपुर, अलवर, जयपुर और कोटा जिलों को चुना गया है. चारों जिलों में से जयपुर में बंदियों के लिए पेट्रोल पंप शुरू हो चुका है. इसी तरह भरतपुर में भी सेवर जेल के पास महिला जेल परिसर से सटी खाली जमीन पर पेट्रोल पंप खोला जाएगा.
पेट्रोल पंप संचालित करने के लिए आईओसीएल (IOCL) के साथ राजस्थान जेल विभाग का एमओयू हो गया है. जिला प्रशासन से एनओसी मिलते ही पेट्रोल पंप खोलने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा. अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो आगामी 1 या 2 माह में पेट्रोल पंप शुरू हो जाएगा.
हर दिन 30 बंदियों को रोजगार...
अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि सेवर जेल के खुला परिसर में रह रहे एक निश्चित अवधि की सजा पूरी कर चुके बंदियों को इस योजना के तहत पेट्रोल पंप पर रोजगार दिया जाएगा. योजना के तहत पेट्रोल पंप पर हर दिन करीब 30 बंदियों को रोजगार दिया जाएगा. इन बंदियों को हर दिन 250 रुपए का भुगतान किया जाएगा.
पढ़ें : दुष्कर्म पर NCRB रिपोर्ट : ADG क्राइम ने कहा- आंकड़ों के खेल में नहीं पड़ना चाहिए..
अशोक वर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप पर काम करने की एवज में बंदियों को मिलने वाले मेहनताने में से 25 फीसदी राशि उस परिवार को उपलब्ध कराई जाएगी, जो बंदी के द्वारा पीड़ित किया गया था. यह राशि सीधे पीड़ित परिवार के खाते में ट्रांसफर की जाएगी, बाकी 75 फीसदी राशि बंदी को दी जाएगी.
अधीक्षक अशोक वर्मा ने बताया कि पेट्रोल पंप का कार्य शुरू करने की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. आईओसीएल के अधिकारियों ने भी मौका मुआयना कर लिया है. शनिवार यानी 18 सितंबर को जिला कलेक्टर से मिलकर पेट्रोल पंप के लिए एनओसी प्रदान करने का निवेदन किया जाएगा.