भरतपुर. जिले के सेवर केंद्रीय कारागार में बंदियों के पास से कई बार मोबाइल और अन्य सामग्री बरामद की गई हैं. लेकिन ये सामग्री इन बंदियों तक कैसे पहुंचाई जाती है इसकी एक कड़ी का सोमवार को खुलासा हुआ. जब एक व्यक्ति जेल परिसर में दीवार के ऊपर से अवैध तरीके से मोबाइल और अन्य सामग्री फेंकते हुए पकड़ा गया है. पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने पूछताछ में यह कबूल किया है कि वह पैसा लेकर बंदियों तक इस तरह की अवैध सामग्री पहले भी पहुंचाता रहा है.
सेवर थाना प्रभारी राजेश खटाना ने बताया कि रविवार रात करीब 8:55 सेवर जेल में आरएसी जाब्ता बदली के समय एक संदिग्ध व्यक्ति को कुछ सामान जेल के भीतर फेंकने की कोशिश कर रहा था. उसी समय कांस्टेबल देवी सिंह और ड्यूटी पर आने वाली महिला कांस्टेबल पपीता ने उस व्यक्ति को देख लिया. जिसके बाद दोनों ने उस संदिग्ध व्यक्ति को रोका और नाम पता पूछा तो उसने भागने का प्रयास किया. इस पर सुरक्षाकर्मियों ने उसे धर दबोचा.
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पकड़े गए आरोपी ने खुद का नाम प्रशांत पुत्र पुष्पेंद्र निवासी गोपालगढ़ मोहल्ला भरतपुर बताया है. पूछताछ में उसने रुपयों के लालच में जेल परिसर में अवैध सामग्री मोबाइल, चार्जर आदि जेल में बंद बंदी जीतू और बंटी के कहने पर पहुंचाने की बात स्वीकार की है. पकड़े गए आरोपी ने बताया है कि जेल के अंदर अवैध सामग्री पहुंचाने के इस कार्य में एक पूरा गिरोह सक्रिय है.
सुरक्षाकर्मियों ने प्रशांत के कब्जे से बरामद किए सामान की जांच की तो उसमें 4 पैकेट बरामद हुए. जिनमें से 2 पैकेट में जुराब में लिपटे हुए 4 मोबाइल, 2 ईयर फोन, 2 मोबाइल चार्जर और अन्य दो पैकेट में प्लास्टिक की बॉल में से दो हीटर स्प्रिंग बरामद की है. इस पूरे घटनाक्रम को लेकर आरएसी कर्मचारियों ने सेवर थाने में मामला दर्ज कराया है। पुलिस ने पूरे मामले को जांच शुरू कर दी है.