भरतपुर. रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए राज्य सरकार ने सभी महिलाओं को रोडवेज में फ्री सफर की सौगात दी है. लेकिन कोरोना महामारी को देखते हुए कुछ गाइडलाइन भी जारी की है, जिससे महामारी का खतरा न फैल सके. सोमवार को रक्षा बंधन का त्योहार है और राज्य की सभी महिलाएं फ्री में सफर तय कर सकेगी. लेकिन गाइडलाइन के अनुसार एक बस में सिर्फ 47 सवारियों को बैठाने की अनुमति दी जाएगी.
इसके अलावा कोरोना के संक्रमण को देखते हुए सभी को चलने से पहले सैनिटाइज किया जाएगा और जब बस अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचने के बाद दोबारा चलेगी तो उसको दोबारा सैनेटाइज कर रवाना किया जाएगा. रक्षाबंधन के त्योहार को देखते हुए लोहागढ़ आगार और भरतपुर डिपो ने भी अपनी कमर कस ली है. क्योंकि त्योहार के चलते यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है. लेकिन पहले के मुकाबले अब रोडवेजकर्मियों को ज्यादा जद्दोजहद करनी पड़ेगी.
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कोरोना महामारी के खतरे को ध्यान में रखते हुए सभी को सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क का उपयोग जरूरी है. जिस भी सवारी पर मास्क नहीं होगा उसको बस में नहीं बैठने दिया जाएगा. हालांकि रोडवेज कर्मचारियों ने भी महामारी को देखते हुए एक पहल शुरू की है. जो भी महिला बिना मास्क के यात्रा के लिए आएगी उसको रोडवेज की तरफ से ही मास्क उपलब्ध करवाया जाएगा. जिससे संक्रमण का खतरा न हो.
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वहीं लोहागढ़ आगार के चीफ मैनेजर भंवर अली ने बताया कि सरकार की तरफ जारी हुई गाइडलाइन की पालना करते हुए बसों को सैनिटाइज किया जाएगा. यात्री को मास्क पहनना अनिवार्य होगा. इसके अलावा रोडवेज के सभी कर्मचारी भी सम्पूर्ण गाइडलाइन की पालना करेंगे.