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ओलावृष्टि के बाद मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने 18 गांवों का दौरा किया, किसानों के जाम को लेकर बीजेपी को घेरा

भरतपुर में विगत दिनों हुई ओलावृष्टि के बाद किसान के सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो गई है. ऐसे में किसान जिले के कई तहसीलों में जाम लगाए हुए हैं. किसानों की मांग है कि उनको फसल नुकसान का मुआवजा दिया जाए.

भरतपुर न्यूज, राजस्थान न्यूज , rajasthan news, किसानों पर पड़ी ओलों की मार, पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह
मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने किया प्रभावित इलाके का दौरा
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Published : Mar 7, 2020, 5:09 PM IST

भरतपुर. जिले में विगत दिनों हुई ओलावर्ष्टि के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने शनिवार को करीब 18 गांव का दौरा किया और किसानों की फसल देखी. दौरे के बाद मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने किया प्रभावित इलाके का दौरा

इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में भारी ओलावृष्टि हुई है. किसानों का इसमें 80 से 100 फीसदी नुकसान हुआ है. गेंहू, सरसों के अलावा हरी सब्जी भी बारिश की वजह से सड़ गई है. गेंहू की फसल लेट गई है. इसके अलावा सरसों के खेत में एक भी दाना नहीं बचा. मंत्री ने बताया कि उनकी मुख्यमंत्री से बात हुई है कि गिरदावरी के आधार पर किसानों का मुआवजा दिया जाना है. उसके अलावा किसानों को एक स्पेशल पैकेज दिया जाए.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि दौरे के दौरान कई जगह किसानों का जाम मिला. किसानों को समझाया गया तो किसानों ने जाम खोला. जाम लगाने से किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा, इससे आम जनता को परेशानी होती है. साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ किसानों की शिकायत थी कि उनका पटवारी काम नहीं कर रहा है, तब एसडीएम को मौके पर भेजा गया और किसानों की फसलों का एसडीएम द्वारा मौका मुआयना किया गया और वीडियोग्राफी की गई. किसानों को एक सरकारी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने जनता से अनुरोध भी किया कि जाम न लगाएं क्योंकि इससे जनता को परेशानी होती है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा किसानों को भड़काने के बाद नदबई मोड़ पर जाम लगा दिया. सरकार और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं, लेकिन चंद लोग असुविधा पैदा करना चाहते हैं. ऐसे में सरकार चुप नहीं बैठेगी. जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि अगर अब कहीं भी जाम लगता है तो उनकी वीडियोग्राफी करवाई जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, क्योंकि जाम लगने से मुआवजा नहीं मिलेगा.

उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहती है कि जनता पुलिस और सरकार से भिड़े. अगर कानून को हाथ में लिया तो सरकार चुप नहीं रहेगी. जगह-जगह जहां भी जाम लगाए जा रहे हैं, वह बीजेपी करवा रही है. किसानों को सरकार मुआवजा देने के लिए तैयार है. सरकार की गाइडलाइन आ गई है और किसानों को स्पेशल पैकेज दिलाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है.

पढ़ें- कांकाणी हिरण शिकार : सलमान खान और राज्य सरकार की याचिका पर सुनवाई आज

इसके अलावा जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि किसानों के फसल के नुकसान के बाद विशेष गिरदावरी के निर्देश मिले है. जिसके लिए 15 दिनों का समय दिया गया है. रेवेन्यू, एग्रीकल्चर, एचडीएफसी अरबो कंपनी अपना काम कर रही है. एक-एक काश्तकार की गिरदावरी की जा रही है. राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है. जिसके हिसाब से किसानों को मुआबजा दिया जाएगा.

भरतपुर. जिले में विगत दिनों हुई ओलावर्ष्टि के बाद कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने शनिवार को करीब 18 गांव का दौरा किया और किसानों की फसल देखी. दौरे के बाद मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने सर्किट हाउस में प्रेस कॉन्फ्रेंस की.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने किया प्रभावित इलाके का दौरा

इस दौरान मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि जिले में भारी ओलावृष्टि हुई है. किसानों का इसमें 80 से 100 फीसदी नुकसान हुआ है. गेंहू, सरसों के अलावा हरी सब्जी भी बारिश की वजह से सड़ गई है. गेंहू की फसल लेट गई है. इसके अलावा सरसों के खेत में एक भी दाना नहीं बचा. मंत्री ने बताया कि उनकी मुख्यमंत्री से बात हुई है कि गिरदावरी के आधार पर किसानों का मुआवजा दिया जाना है. उसके अलावा किसानों को एक स्पेशल पैकेज दिया जाए.

मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बताया कि दौरे के दौरान कई जगह किसानों का जाम मिला. किसानों को समझाया गया तो किसानों ने जाम खोला. जाम लगाने से किसानों को मुआवजा नहीं मिलेगा, इससे आम जनता को परेशानी होती है. साथ ही उन्होंने बताया कि कुछ किसानों की शिकायत थी कि उनका पटवारी काम नहीं कर रहा है, तब एसडीएम को मौके पर भेजा गया और किसानों की फसलों का एसडीएम द्वारा मौका मुआयना किया गया और वीडियोग्राफी की गई. किसानों को एक सरकारी प्रक्रिया पूरी करनी होगी. मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने जनता से अनुरोध भी किया कि जाम न लगाएं क्योंकि इससे जनता को परेशानी होती है.

उन्होंने कहा कि बीजेपी के कुछ नेताओं द्वारा किसानों को भड़काने के बाद नदबई मोड़ पर जाम लगा दिया. सरकार और प्रशासन अपना काम कर रहे हैं, लेकिन चंद लोग असुविधा पैदा करना चाहते हैं. ऐसे में सरकार चुप नहीं बैठेगी. जिला कलेक्टर को निर्देश दिए गए हैं कि अगर अब कहीं भी जाम लगता है तो उनकी वीडियोग्राफी करवाई जाए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए, क्योंकि जाम लगने से मुआवजा नहीं मिलेगा.

उन्होंने कहा कि बीजेपी चाहती है कि जनता पुलिस और सरकार से भिड़े. अगर कानून को हाथ में लिया तो सरकार चुप नहीं रहेगी. जगह-जगह जहां भी जाम लगाए जा रहे हैं, वह बीजेपी करवा रही है. किसानों को सरकार मुआवजा देने के लिए तैयार है. सरकार की गाइडलाइन आ गई है और किसानों को स्पेशल पैकेज दिलाने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है.

पढ़ें- कांकाणी हिरण शिकार : सलमान खान और राज्य सरकार की याचिका पर सुनवाई आज

इसके अलावा जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने बताया कि किसानों के फसल के नुकसान के बाद विशेष गिरदावरी के निर्देश मिले है. जिसके लिए 15 दिनों का समय दिया गया है. रेवेन्यू, एग्रीकल्चर, एचडीएफसी अरबो कंपनी अपना काम कर रही है. एक-एक काश्तकार की गिरदावरी की जा रही है. राज्य सरकार ने गाइडलाइन जारी कर दी है. जिसके हिसाब से किसानों को मुआबजा दिया जाएगा.

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