भरतपुर. राज्य सरकार की विभिन्न फ्लैगशिप योजनाओं की समीक्षा बैठक लेने भरतपुर पहुंचे ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री रमेश चंद्र मीणा ने भाजपा के राज्यसभा सांसद (Minister Ramesh Meena Targeted Kirodi Lal Meena) किरोड़ी लाल मीणा पर जमकर निशाना साधा. मंत्री रमेश चंद्र ने कहा कि सांसद किरोड़ी लाल के खिलाफ 5 केस दर्ज हैं, वो अपराधी हैं और वांटेड हैं. उन्हें सरेंडर कर देना चाहिए. कैबिनेट मंत्री महेश जोशी के बेटे रोहित जोशी पर दुष्कर्म के आरोप लगाए जाने के सवाल पर मंत्री ने कहा कि यदि जांच में आरोप सिद्ध हुआ तो मंत्री पुत्र पकड़ा जाएगा. लेकिन फिलहाल यह पूरा मामला जांच का विषय है.
एक सवाल के जवाब में मंत्री रमेश चंद्र मीणा ने कहा कि किरोड़ी लाल मीणा खुद कानून की बात कर रहे हैं, जबकि वो खुद कानून का उल्लंघन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि किरोड़ी खुद वांटेड हैं, अपराधी हैं. सीआईडी- सीबी से पांच केस जांच में प्रमाणित हो चुके हैं. किरोड़ी को खुद सरेंडर करके अंदर चले जाना चाहिए. जब मंत्री रमेश चंद्र मीणा से पूछा गया कि क्या बेटे पर लगे दुष्कर्म के आरोप के बाद (Gehlot Minister on Mahesh Joshi) कैबिनेट मंत्री महेश जोशी इस्तीफा देंगे ?
इसके जवाब में मीणा ने कहा कि आरोप तो कोई भी, कुछ भी लगा सकता है. उन्होंने कहा कि सभी को पता है कि उनका रिलेशन कब से है, दोनों कहां-कहां घूमे. यह पूरा जांच का विषय है, फिर भी यदि जांच में आरोप सिद्ध होता है तो मंत्री हो या मंत्री पुत्र हो, पकड़ा जाएगा. मंत्री रमेश ने कहा कि पहले तो लड़का-लड़की राजी से साथ घूम रहे थे. अब कोई बात हो गई तो दुष्कर्म के आरोप लग गए. एक और सवाल के जवाब में मंत्री रमेश मीणा ने कहा कि करौली दंगे का कोई भी आरोपी बचेगा नहीं. राजाराम गुर्जर हो या कोई और, सभी को गिरफ्तार किया जाएगा. कुछ आरोपियों की संपत्ति कुर्क करने के भी राज्य सरकार ने आदेश दे दिए हैं.
पढ़ें : Ramesh Meena Big Statement : न गहलोत न पायलट, मैं कांग्रेस खेमे से हूं...
मंत्री रमेश चंद मीणा ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के भाईचारे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि हर बार ईद के अवसर पर (Jodhpur Violence Case) जोधपुर के जालोरी गेट पर कांग्रेस, भाजपा के विधायक-मंत्री जाया करते थे. लेकिन इस बार मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ईद के अवसर पर नहीं पहुंचे. पहुंचे भी तो धरना देने, माहौल खराब करने पहुंचे. इससे उनकी मंशा का साफ पता चलता है. ये चाहते हैं कि दंगा-फसाद हो. विकास के मुद्दे से तो चुनाव जीत नहीं पाएंगे.