भरतपुर. यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia Ukraine War Effect) के बाद पूरा विश्व स्तब्ध है. यूक्रेन के अलग-अलग शहरों में भरतपुर और राजस्थान समेत पूरे भारत के हजारों विद्यार्थी और आम नागरिक फंसे (students of Bharatpur stranded in Ukraine) हुए हैं. वे भारत सरकार से उन्हें वापस वतन लौटाने की व्यवस्था करने की गुहार लगा रहे हैं. बड़ी संख्या में भारतीयों को रेस्क्यू करने को लेकर सरकार भी प्रयास कर रही है.
यूक्रेन के चेनिवेस्टी से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे भरतपुर के विद्यार्थी शुभम ने बताया कि रूस के हमले के धमाकों की आवाज हॉस्टल तक पहुंच रही है. पूरे शहर में दहशत का माहौल है. पूरे शहर में भरतपुर समेत राजस्थान के करीब 850 विद्यार्थी फंसे हुए हैं. भारतीय दूतावास ने उन्हें सुरक्षित अपने देश तक पहुंचाने का आश्वासन दिया है.
फोन पर हुई बातचीत के दौरान शुभम ने बताया कि उन्हें दूतावास की ओर से पैकिंग करने के लिए कहा गया है और वे सभी विद्यार्थी भारत लौटने की तैयारी कर रहे हैं. शुभम ने बताया कि उसके शहर पर अभी तक रूस की सेना की ओर से कोई हमला नहीं किया गया है, लेकिन आसपास के शहरों पर हो रहे हमलों के धमाके की आवाज उनके शहर तक आ रही है. शुभम ने बताया कि चारों तरफ दहशत का माहौल है. पूरे शहर में भरतपुर समेत राजस्थान के करीब 850 विद्यार्थी फंसे हुए हैं. फोन पर बातचीत के दौरान शुभम ने बताया कि भारतीय दूतावास की ओर से उन्हें सूचना दी गई है कि अपनी पैकिंग कर लें. जल्द ही उन्हें भारत के लिए रवाना किया जाएगा.
भरतपुर में परिजन परेशान
भरतपुर के राजेंद्र नगर में रह रहे शुभम के पिता बृजमोहन गौतम, माता सीमा गौतम और छोटे भाई, बहन यूक्रेन में फंसे शुभम की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं. शुभम की मां सीमा गौतम ने बताया कि उनका बेटा वर्ष 2017 से यूक्रेन से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है. कुछ दिन महीने पहले भारत आया था और नवंबर 2021 में ही यहां से यूक्रेन गया था. हालात बिगड़ने से पहले उसने भारत लौटने के लिए टिकट भी बुक करा लिया था लेकिन आश्वासन दिया गया कि सब ठीक हो जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और अब वहां पर हालात बहुत बिगड़ गए हैं.