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भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में घुसे शिकारी, भनक लगने पर 5 बाइक और जाल छोड़ भागे

केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में मछलियों के शिकार के लिए कुछ शिकारी घुस आए. वहां तैनात प्रहरियों को भनक लगने पर शिकारी अपनी अपनी 5 बाइक और मछली पकड़ने का जाल छोड़कर फरार हो गए. वन विभाग ने अज्ञात शिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज कर तलाश शुरू कर दी है.

5 बाइक और जाल छोड़ भागे आरोपी
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Published : Jun 20, 2019, 6:57 PM IST

भरतपुर. विश्व विरासत केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में गुरुवार को झीलों में से मछलियों का शिकार करने के लिए कुछ शिकारी अंदर घुस गए. उद्यान में तैनात सुरक्षा प्रहरियों ने शिकारियों को पड़कने की कोशिश की तो शिकारी फरार हो गए. हालांकि शिकारी अपनी बाइक और मछली पकड़ने का जाल छोड़ भागे. सूचना पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने शिकारियों के 5 बाइकों और जाल को जब्त कर लिया. वहीं मामला दर्ज कर अज्ञात शिकारियों की तलाश शुरू कर दी है. वन अधिकारियों ने जंगल में भी सर्च ऑपरेशन चला रखा है.

भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में घुसे शिकारी, 5 बाइक और जाल छोड़ भागे आरोपी

भरतपुर जिले में 29 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान विश्व विरासत घोषित हो रखा है. जहां प्रवासी पक्षियों का डेरा रहता है. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को 1981 में राष्ट्रीय धरोहर की सूची में लिया गया था. वहीं 1985 में विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में शिकार करने पर कड़ी सजा का प्रावधान है.

भरतपुर. विश्व विरासत केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में गुरुवार को झीलों में से मछलियों का शिकार करने के लिए कुछ शिकारी अंदर घुस गए. उद्यान में तैनात सुरक्षा प्रहरियों ने शिकारियों को पड़कने की कोशिश की तो शिकारी फरार हो गए. हालांकि शिकारी अपनी बाइक और मछली पकड़ने का जाल छोड़ भागे. सूचना पर मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने शिकारियों के 5 बाइकों और जाल को जब्त कर लिया. वहीं मामला दर्ज कर अज्ञात शिकारियों की तलाश शुरू कर दी है. वन अधिकारियों ने जंगल में भी सर्च ऑपरेशन चला रखा है.

भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में घुसे शिकारी, 5 बाइक और जाल छोड़ भागे आरोपी

भरतपुर जिले में 29 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान विश्व विरासत घोषित हो रखा है. जहां प्रवासी पक्षियों का डेरा रहता है. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान को 1981 में राष्ट्रीय धरोहर की सूची में लिया गया था. वहीं 1985 में विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया. केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में शिकार करने पर कड़ी सजा का प्रावधान है.

Intro:भरतपुर_20-06-2019
Summary- विश्व विरासत केवलादेव रास्ट्रीय उधान में शिकारी घुसे मछलियों का शिकार करने, प्रहरियों को पता लगते ही फरार हुए शिकारी, प्रहरियों ने 05 मोटरसाइकिल और मछली पकड़ने का जाल किया जब्त, जंगल मे शिकारियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी

एंकर - राजस्थान के भरतपुर में विश्व विरासत केवलादेव राष्ट्रीय उधान है जहाँ की झीलों में से मछलियों का शिकार करने के लिए कुछ शिकारी उधान के अंदर घुस गए लेकिन तभी वहां तैनात सुरक्षा प्रहरियों ने उनको पकड़ने की कोशिश की मगर सभी शिकारी भागने में सफल रहे और अपनी मोटर साइकलों व् मछली पकड़ने के जाल को वहीँ छोड़कर फरार हो गए | 
उधान के अधिकारीयों ने मौके से शिकारियों की 5 मोटर साइकलों को जप्त कर लिया है साथ ही उनके मछली पकड़ने के जाल को भी जप्त किया है | शिकारियों ने मछली पकड़ने के लिए झील में जाल विछा रखा था | 
सुरक्षा प्रहरियों की सूचना पर वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और शिकारियों की मोटर साइकलों व् जाल को जप्त करते हुए अज्ञात शिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जा रहा है और फरार हुए शिकारियों की पहचान व् तलाश की जा रही है |  
गौरतलब है की केवलादेव राष्ट्रीय उधान विश्व विरासत है जो 29 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है जहाँ देश विदेशों से प्रवासी पक्षी यहाँ वरसात व् शरद ऋतू में यहाँ आते है जो यहाँ प्रजनन कर बच्चे पैदा करते है फिर गर्मी शुरू होते ही अपने बच्चों को लेकर अपने देश चले जाते है | 
यहाँ उधान में झीलें है जो पानी से भरी रहती है जिसमे भारी संख्या में मछलियां होती है और प्रवासी पक्षियों के लिए मछलीयाँ उनका भोजन होती है | केवलादेव राष्ट्रीय उधान को 1981 में राष्ट्रीय धरोहर की सूची में लिया गया था व् इसे 1985 में विश्व विरासत की सूची में शामिल किया गया | केवला देव राष्ट्रीय उद्यान में शिकार करने या किसी भी पक्षी या जीव जंतु से छेड़छाड़ करने पर कड़ी सजा का प्रावधान हैं... फिलहाल घना पक्षी बिहार के अधिकारी जंगल में सर्च ऑपरेशन कर रहें हैं आशंका हैं की अभी भी शिकारी जंगल में कही छुपे हुए हैं...
बाइट - महेश शर्मा,फोरेस्टर,केवलादेव नेशनल पार्क भरतपुर


Body:घना पक्षी विहार में घुसे शिकारी, प्रहरियों के हाथ से निकले शिकारी, लेकिन 05 मोटरसाइकिल और मछली पकड़ने का जाल किया बरामद


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