भरतपुर. नगर निकाय चुनाव के बाद भाजपा और कांग्रेस की बोर्ड बनाने की खींचातानी तेज हो गई है. कांग्रेस जहां पार्षदों के बाड़ेबंदी करके बुधवार सुबह जयपुर के पास स्थित नायला ले गई. वहीं, भाजपा ने भरतपुर के लक्ष्मी विलास पैलेस में पार्षदों की बाड़ेबंदी की है. बाड़ेबंदी के दौरान भाजपा के जिला अध्यक्ष डॉ जितेंद्र सिंह ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि कांग्रेस भ्रम फैला रही है और भाजपा के पास फिलहाल 35 पार्षद मौजूद हैं.
ऐसे में 1994 से लगातार अपना बोर्ड बनाती आ रही भाजपा इस बार भी निकाय बोर्ड अपना ही बनाएगी. भाजपा के निकाय चुनाव जिला समन्वयक डॉ शैलेश सिंह ने कहा कि कांग्रेस भ्रष्टाचार के दम पर निकाय बोर्ड बनाना चाहती है. जो की पूरी तरह से निराधार है. भाजपा के पास खुद के पार्षदों के अलावा भी कई पार्टी समर्थित पार्षद मौजूद हैं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी के तीनों पार्षदों ने भाजपा को समर्थन दिया है.
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भरतपुर शहर के लक्ष्मी विलास पैलेस में भाजपा अपने सभी पार्षदों को लेकर मंथन कर रहे हैं. यह मंथन निकाय चुनाव पर्यवेक्षक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी के नेतृत्व में महापौर पद के प्रत्याशी को लेकर हो रहा है. भाजपा के जिलाध्यक्ष डॉक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि उनके पास फिलहाल एससी के दो महिला और दो पुरुष पार्षद हैं. जिन में से किसी एक को महापौर पद का प्रत्याशी बनाया जाएगा. गौरतलब है कि निकाय चुनाव के बोर्ड के लिए 33 सदस्य होना आवश्यक है. ऐसे में भाजपा और कांग्रेस एक-एक पार्षद को तोड़कर अपने खेमे में जोड़ने में जुटी हुई है. दोनों ही पार्टियों के नेता अपना-अपना बोर्ड बनाने का दावा कर रहे हैं. वहीं, गुरुवार को दोपहर 3 बजे तक महापौर पद के लिए नामांकन किया जाएगा.