भरतपुर. जिले के थाना प्रभारी से अवैध वसूली करने के मामले में दलाल प्रमोद शर्मा को गिरफ्तार किया गया था. इस संबंध में मंगलवार को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडीजी दिनेश एमएन ने जिले के 5 स्थानों के अलावा सभी थानों के थाना प्रभारियों से पूछताछ की.
इस पूछताछ में सामने आया कि दलाल प्रमोद शर्मा का भरतपुर में ही डीआईजी लक्ष्मण गौड़ के परिवार के साथ उनके सरकारी निवास पर कोरोना संक्रमण की जांच के लिए सैंपल लिया गया था. इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि दलाल के डीआईजी परिवार के साथ काफी नजदीकी संबंध थे.
जानकारी के अनुसार एसपी निवास पर पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद डीआईजी के कार्यालय व उनके निवास पर कोरोना जांच के लिए कर्मचारियों व परिजनों की सैंपलिंग हुई थी. इस दौरान डीआईजी लक्ष्मण गौड़ व उनके परिजनों के सैम्पल लिए गए, जिनमें दलाल प्रमोद शर्मा भी शामिल था.
6 जून को मिली जांच रिपोर्ट में डीआईजी लक्ष्मण गौड़ के बाद 118 क्रमांक पर दलाल प्रमोद शर्मा का नाम और फोन नंबर भी अंकित है, जिससे साफ पता चलता है कि दलाल की जांच भी डीआईजी परिवार के साथ ही उनके निवास पर हुई थी.
वहीं, सोमवार को भरतपुर आए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के एडीजी दिनेश एमएन ने जिले के गढ़ी बाजना, लखनपुर, शहर कोतवाली, मथुरा गेट समेत पांच थानों के अलावा सभी थाना प्रभारियों से पूछताछ की. इस दौरान रेंज के करीब 35 एसएचओ से भी पूछताछ की गई है.
पढ़ें- शराब ठेके के ऑफिस में चोरों ने लगाई सेंध, करीब 1 लाख रुपये पर किया हाथ साफ
पूछताछ में यह भी सामने आया है कि दलाल प्रमोद शर्मा जब भी जयपुर-भरतपुर के बीच आता-जाता था, तो संबंधित थाना प्रभारी फोन कर टोल से उसकी गाड़ी को डीआईजी का रिश्तेदार बताकर निकलवाते थे. इतना ही नहीं दलाल प्रमोद शर्मा ने जिले के बयाना व रुदावल इलाके में पत्थर खरीद के लिए पुलिस अधिकारियों के सहयोग से पत्थर व्यवसायियों से बात भी की थी.
गौरतलब है कि भरतपुर रेंज के डीआईजी लक्ष्मण गौड़ के नाम पर जयपुर निवासी प्रमोद शर्मा को 5 लाख की रिश्वत लेते पकड़ा गया था. यह रिश्वत उद्योग नगर थाना प्रभारी चंद्र प्रकाश चौधरी से रेंज डीआईजी का संरक्षण बनाए रखने की एवज में लिया गया था.