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स्पेशल रिपोर्ट : जिले में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन, भरतपुर अवैध खनन में प्रदेश में छठवें स्थान पर

भरतपुर में धड़ल्ले से अवैध खनन का कारोबार किया जा रहा है. बता दें कि भरतपुर अवैध खनन के मामले में प्रदेश में छठवें स्थान पर है. सरकार की कार्रवाई के बावजूद भी इस कारोबार पर लगाम नहीं लग रहा है.

अवैध खनन की खबर,  News of illegal mining,  illegal mining in bharatpur,  भरतपुर में अवैध खनन
भरतपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन का कारोबार
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Published : Dec 1, 2019, 5:49 AM IST

भरतपुर. सरकार लाख प्रयास के बाद भी अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रही है. प्रदेश में अवैध खनन के मामले में भीलवाड़ा जहां नंबर 1 पर है, वहीं भरतपुर जिला प्रदेश में छठवें स्थान पर है. हालांकि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर कार्रवाई कि जाती है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि खनन माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं.

भरतपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन का कारोबार

जिले में यूं तो बयाना, रूपबास, रुदावल, पहाड़ी और कामां क्षेत्रों में खान विभाग की ओर से सैंड स्टोन खनन के लिए लीज जारी कर रखी है. लेकिन जानकारी के अनुसार जिले में पहाड़ी क्षेत्र में सर्वाधिक अवैध खनन होता है. गादानेर, नागल, छपरा, विजासना, धौलेट, डाठेट आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है.

कागजों में खदान बंद, फिर भी खनन जारी

जानकारी के अनुसार पहाड़पुर क्षेत्र से निकलने वाले सैंडस्टोन से अधिशुल्क वसूली के लिए खनिज विभाग ने एक कम्पनी को ठेका दिया हुआ है. इस कम्पनी का काम वैध खनन कर परिवहन कर ले जाने वाले वाहनों से रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन पहाड़पुर क्षेत्र में खनिज विभाग की ओर से 45 खदानों का आवंटन है. यह खादानें भी करीब चार साल से प्रदूषण कन्ट्रोल बोर्ड से एनवार्यवेंट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण बंद है. फिर भी खनिज विभाग ने ठेका दिया हुआ है.

पढ़ेंः 3 महीनों से दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहा आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

दोनों उपखण्ड के अन्य क्षेत्रों को छोड़कर अकेले बंशी पहाड़पुर, छऊआ मोड़, सिर्रोद, तिघर्रा और महलपुर चूरा के वन क्षेत्र से प्रतिदिन 500 से 600 ट्रैक्टर ट्रॉली भरकर पत्थर की ठेबियां निकलती है. रायल्टी कम्पनी का काम वैध (रवन्नाधारी) वाहन को तोल कर रवन्ना में अंकित वजन से अधिक वजन होने पर नियमानुसार रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन इस नियमानुसार काम की आड़ में रायल्टी वसूलने वाली कम्पनी मोटी रकम लेकर अवैध को वैध कर काम का संचालन करा रही है.

4 साल में यहां हुए इतने अवैध खनन

स्थान (2014 - 2017)
भीलवाड़ा 261
नागौर 180
जयपुर 167
सीकर 167
झुंझुनू 156
भरतपुर 154


अप्रैल 2019 से अब तक खनन विभाग ने अवैध खनन और अवैध खनन सामग्री निर्गमन के कुल 29 मामले बताए. जिन पर 64 लाख 77 हजार का जुर्माना लगाया गया. जिसमें से 26.79 लाख वसूल किए जा चुके हैं. जबकि अब तक 9 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं.

भरतपुर. सरकार लाख प्रयास के बाद भी अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रही है. प्रदेश में अवैध खनन के मामले में भीलवाड़ा जहां नंबर 1 पर है, वहीं भरतपुर जिला प्रदेश में छठवें स्थान पर है. हालांकि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर कार्रवाई कि जाती है. लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि खनन माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं.

भरतपुर में धड़ल्ले से हो रहा अवैध खनन का कारोबार

जिले में यूं तो बयाना, रूपबास, रुदावल, पहाड़ी और कामां क्षेत्रों में खान विभाग की ओर से सैंड स्टोन खनन के लिए लीज जारी कर रखी है. लेकिन जानकारी के अनुसार जिले में पहाड़ी क्षेत्र में सर्वाधिक अवैध खनन होता है. गादानेर, नागल, छपरा, विजासना, धौलेट, डाठेट आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है.

कागजों में खदान बंद, फिर भी खनन जारी

जानकारी के अनुसार पहाड़पुर क्षेत्र से निकलने वाले सैंडस्टोन से अधिशुल्क वसूली के लिए खनिज विभाग ने एक कम्पनी को ठेका दिया हुआ है. इस कम्पनी का काम वैध खनन कर परिवहन कर ले जाने वाले वाहनों से रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन पहाड़पुर क्षेत्र में खनिज विभाग की ओर से 45 खदानों का आवंटन है. यह खादानें भी करीब चार साल से प्रदूषण कन्ट्रोल बोर्ड से एनवार्यवेंट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण बंद है. फिर भी खनिज विभाग ने ठेका दिया हुआ है.

पढ़ेंः 3 महीनों से दुष्कर्म के मामले में फरार चल रहा आरोपी पुलिस की गिरफ्त में

दोनों उपखण्ड के अन्य क्षेत्रों को छोड़कर अकेले बंशी पहाड़पुर, छऊआ मोड़, सिर्रोद, तिघर्रा और महलपुर चूरा के वन क्षेत्र से प्रतिदिन 500 से 600 ट्रैक्टर ट्रॉली भरकर पत्थर की ठेबियां निकलती है. रायल्टी कम्पनी का काम वैध (रवन्नाधारी) वाहन को तोल कर रवन्ना में अंकित वजन से अधिक वजन होने पर नियमानुसार रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन इस नियमानुसार काम की आड़ में रायल्टी वसूलने वाली कम्पनी मोटी रकम लेकर अवैध को वैध कर काम का संचालन करा रही है.

4 साल में यहां हुए इतने अवैध खनन

स्थान (2014 - 2017)
भीलवाड़ा 261
नागौर 180
जयपुर 167
सीकर 167
झुंझुनू 156
भरतपुर 154


अप्रैल 2019 से अब तक खनन विभाग ने अवैध खनन और अवैध खनन सामग्री निर्गमन के कुल 29 मामले बताए. जिन पर 64 लाख 77 हजार का जुर्माना लगाया गया. जिसमें से 26.79 लाख वसूल किए जा चुके हैं. जबकि अब तक 9 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं.

Intro:भरतपुर.
सरकार के लाख प्रयास के बाद भी अवैध खनन पर लगाम नहीं लग पा रही है। प्रदेश में अवैध खनन के मामले में भीलवाड़ा जहां नंबर 1 पर है, वहीं भरतपुर जिला प्रदेश में छठवें स्थान पर है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का दावा है कि अवैध खनन पर लगाम लगाने के लिए समय-समय पर कार्रवाई करते हैं लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि खान माफिया धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं।Body:जिले में यहां - यहां हो रहा अवैध खनन
जिले में यूं तो अलग-अलग क्षेत्रों में बयाना, रूपबास, रुदावल, पहाड़ी और कामां क्षेत्रों में खान विभाग की ओर से सेंड स्टोन खनन के लिए लीज जारी कर रखी है। लेकिन जिले में पहाड़ी क्षेत्र में सर्वाधिक अवैध खनन होता है। गादानेर, नागल, छपरा, विजासना, धौलेट, डाठेट आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध खनन जारी है।

कागजों में खदान बंद, फिर भी खनन जारी
जानकारी के अनुसार पहाड़पुर क्षेत्र से निकलने वाले सैण्डस्टोन से अधिशुल्क वसूली के लिए खनिज विभाग ने एक कम्पनी को ठेका दिया हुआ है। इस कम्पनी का काम वैध खनन कर परिवहन कर ले जाने वाले वाहनों से रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन पहाडपुर क्षेत्र में खनिज विभाग की ओर से 45 खदानों का आवंटन है। यह खानें भी करीब चार साल से प्रदूषण कन्ट्रोल बोर्ड से एंवर्मेंट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण बंद है। फिर भी खनिज विभाग ने ठेका दिया हुआ है। दोनों उपखण्ड के अन्य क्षेत्रों को छोड़कर अकेले बंशी पहाडपुर, छऊआ मोड, सिर्रोद, तिघर्रा एवं महलपुर चूरा के वन क्षेत्र से प्रतिदिन 500 से 600 ट्रेक्टर ट्रोली भरकर पत्थर की ठेबियां निकलती है। रायल्टी कम्पनी का काम वैध(रवन्नाधारी) वाहन की तुलाई कर रवन्ना में अंकित वजन से अधिक वजन होने पर अतिरिक्त वजन पर नियमानुसार रायल्टी वसूली करने का है,लेकिन इस नियमानुसार काम की आड़ में रायल्टी वसूली कम्पनी मोटी रकम लेकर अवैध को वैध कर काम का संचालन करा रही है।

4 साल में यहां इतने अवैध खनन के मामले
भीलवाड़ा 261
नागौर 180
जयपुर और सीकर 167-167
झुंझुनू 156
भरतपुर 154
( जनवरी 2014 से दिसंबर 2017तक)

इस वर्ष वसूले 26 लाख
अप्रैल 2019 से अब तक खान विभाग ने अवैध खनन और अवैध खनन सामग्री निर्गमन के कुल 29 मामले बनाएं। जिन पर 64 लाख 77 हजार का जुर्माना लगाया, जिसमें से 26.79 लाख वसूल किए जा चुके हैं। जबकि अब तक 9 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।Conclusion:फैक्ट फाइल -
पहाड़ी में 457 खान लीज
रूपवास में 225 खान लीज
कुल 677 खान लीज
कुल क्रेशर 125

बाइट - तेजपाल गुप्ता, खनि अभियंता, भरतपुर।

नोट - बाइट मोजो से सेंड की जा रही है।

सादर
श्यामवीर सिंह
भरतपुर।
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