भरतपुर. नीट परीक्षा में अन्य अभ्यर्थी के स्थान पर परीक्षा देते हुए एक छात्रा को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार की गई छात्रा भरतपुर मेडिकल कॉलेज की ही है. जानकारी के अनुसार छात्रा कॉलेज से अपने छोटे भाई की किडनी फेलियर के नाम पर 1 सप्ताह की छुट्टी लेकर घर गई थी. छात्रा का एक छोटा भाई बाड़मेर के मेडिकल कॉलेज से मेडिकल की पढ़ाई कर रहा है.
वहीं, इस मामले में भरतपुर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. रजत श्रीवास्तव का कहना है कि छात्रा भरतपुर मेडिकल कॉलेज की टॉपर विद्यार्थी है. छात्रा के पिता ने दावा किया है कि उनकी बेटी घर पर ही है, जबकि पुलिस कह रही है कि उन्होंने छात्रा को गिरफ्तार कर लिया है.
अकादमी प्रभारी डॉ. मोना ने बताया कि छात्रा 6 सितंबर को भरतपुर मेडिकल कॉलेज से 1 सप्ताह की छुट्टी लेकर घर गई थी. छुट्टी लेने की वजह उसने अपने छोटे भाई की किडनी फेलियर होना बताया था, जिसके चलते इमरजेंसी में छुट्टी लेकर गई थी. डॉ. मोना ने बताया कि छात्रा सामान्य परिवार से है. वो तीन भाई बहन हैं.
प्राचार्य डॉ. रजत श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रा का मोबाइल स्विच ऑफ है, लेकिन उसके पिता से बात हुई है. साथ ही उन्हें सोमवार को मेल भी किया था. प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि छात्रा के पिता इस पूरे प्रकरण से पूरी तरह से अनभिज्ञता जताई है. उनके पास इससे संबंधित कोई जानकारी नहीं है.
छात्रा के पिता मंगलवार को सुबह 11 बजे मेडिकल कॉलेज पहुंचने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश नहीं पहुंच पाए. प्राचार्य ने अब उनके आज शाम या बुधवार को भरतपुर आने की संभावना जताई है. प्राचार्य डॉ. श्रीवास्तव ने बताया कि पिता ने छात्रा के घर पर होने की बात कही है. जबकि पुलिस छात्रा को गिरफ्तार करने की बात कह रही है.
प्राचार्य डॉ. रजत श्रीवास्तव ने दावा किया है कि छात्रा मेडिकल कॉलेज की टॉपर छात्रा है और यह कन्फ्यूजन सिर्फ मिलते जुलते नाम की वजह से हुआ है. उन्होंने कहा कि इस बच्ची के खिलाफ यह अफवाह जैसी बात है.