भरतपुर. कोरोना वायरस ने पूरे विश्व में हाहाकार मचा रखी है. वहीं भरतपुर, बॉर्डर से सटा होने के कारण अतिसंवेदनशील बन गया है. हालांकि अभी तक कोरोना का कोई संदिग्ध मरीज जिले से नहीं मिला है. उसके बावजूद इस वायरस के दुष्प्रभाव से जिले की जनता को बचाने के लिए जिला प्रशाशन ने कमर कस ली है. शुक्रवार को जिला कलेक्टर ने मिनी सचिवालय में एक प्रेस वार्ता आयोजित की.
इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि कोरोना वायरस जितनी तेजी से फैल रहा है. उसको देखते हुए एतिहात बरतना जरूरी है. जिसकी वजह से गुरुवार से ही जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. इसके जिले पुलिस प्रशाशन जनता को जागरूक करने के लिए मुनादी कर रहा है.
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इस दौरान जिला कलेक्टर ने बताया कि अफवाहों से दूर रहे. वहीं जिला चिकित्सा अधिकारी को नोडल ऑफिसर बनाया गया है. ऐसे में जब वह किसी भी सूचना को कंफर्म नहीं करेंगे, तब किसी की बात का भरोसा न करें. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता कर्फ्यू की अपील की है, उसे हमे अभी से ही अपने व्यवहार में लाना होगा. अगर आने वाले 15 दिनों के अंदर हमने इस वायरल को फैलाने में कंट्रोल कर लिया तो बीमारी के संक्रमण पर हम काबू पा सकते है.
साथ ही जिले के 35 लोग ऐसे है, जो बाहर के देशों में यात्रा करके आए है. उनमें से 8 लोग ऐसे है, जिन्होंने 28 दिनों का आइसोलेशन पूरा कर चुके है. अब वह स्वस्थ है. बाकी के लोगों की उम्र 18 से 25 के बीच है. जिनका आइसोलेशन चल रहा है. आज भी आर्मेनिया देश से 5 छात्र आए है, उन छात्रों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. यह छात्र पूरी तरह से स्वस्थ है. छात्रों में कोरोना वायरस जैसे कुछ भी संक्रमण नहीं है. हालांकि 15 दिनों तक पांचों छात्र को आइसोलेशन वार्ड में रखा जाएगा.
इसके अलावा इस वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए नेशनल हाइवे पर एक कॉलेज को आइसोलेशन वार्ड बनाने जा रहे है, क्योंकि हॉस्पिटल में आइसोलेशन वार्ड होने के कारण संक्रमण की संभावना भी बहुत ज्यादा रहती है.
उन्होंने कहा कि इसमें कोई भी धार्मिक भावनाओं पर ठेस पहुंचाने जैसा कुछ नहीं है. क्योंकि इस बीमारी को फैलने से हमने रोक लिया तो हमारा देश और राज्य सुरक्षित रह पाएगा. इसको देखते हुए बयाना के झील की देवी का मेला बंद करवा दिया गया है. इसके अलावा सभी पर्यटक स्थलों और पार्कों को भी बंद कर दिया गया है. साथ ही जनता को घरलू समान को स्टोर करने के आवश्यकता नहीं है.
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इसके अलावा जिला पुलिस अधीक्षक हैदर अली जैदी ने बताया कि इस वायरस के दुष्प्रभाव को देखते हुए कई बैठकें की जा रही है. इसके लिए धारा 144 लगा दी गई है. वहीं गुरुवार तक पुलिस प्रशाशन ने जनता से समझाइश की थी, लेकिन अब सख्ती की जाएगी. जहां ज्यादा लोग इकट्ठे होते है, उनके खिलाफ मामले दर्ज किए जाएंगे. धार्मिक स्थानों पर अपील के बाद शुक्रवार को कई जगह नमाज भी नहीं की गई. साथ ही लोगों को समझाया जा रहा है कि लोग एक जगह से दूसरी जगह बेबजह न जाए.