भरतपुर. बेटियां घर की लक्ष्मी होती है, जिन्हें मां और बाप बड़े लाड-प्यार से पालते हैं, हर उम्मीदों के साथ मां-बाप अपने बेटियों के रिश्तों को अच्छी से अच्छी जगह करवाना पंसद करते हैं. लेकिन अगर वही बेटी अपने मां-बाप के विरुद्ध हो जाए तो शायद यह संयोग का विषय बन सकता है.
ताजा मामला भरतपुर का है, जहां पंजाब के लुधियाना से भरतपुर में अपनी बेटी के गृह प्रवेश में आए एक पिता को उसकी ही बेटी और दामाद ने ही घर से प्रताड़ित कर निकाल दिया. लॉकडाउन में इस बुजुर्ग के लिए पुलिस मददगार बनकर सामने आई. पुलिस ने बुजुर्ग को पास ही के एक वृद्धाश्रम में रहने की व्यवस्था कराई और पंजाब के लुधियाना में रह रहे उसके पुत्र को इसकी सूचना दी. इतना ही नहीं पुलिस ने प्रताड़ित करने वाले दामाद को शांति भंग में पकड़ा और उसे पाबंद किया.
पढ़ें- संकट पर संकट: किराए की जमीन लेकर खेती करने वाले किसानों पर टूटा मुसीबतों का पहाड़
दरअसल, पंजाब के लुधियाना निवासी रमेश चंद्र शर्मा कुछ दिन पहले थाना उद्योग नगर क्षेत्र में बैंक अपने दामाद प्रदीप शर्मा और पुत्री के गृह प्रवेश कार्यक्रम में शामिल होने आए थे. इस दौरान कोरोना संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू हो गया और बुजुर्ग यहीं फंस गए. कुछ दिन बाद बेटी और दामाद बुजुर्ग रमेशचंद्र को प्रताड़ित करने लगे. ऐसे में परेशान बुजुर्ग उद्योग नगर थाना पहुंचे और पुलिस को अपनी पीड़ा बताई. पुलिस के अधिकारियों द्वारा बुजुर्ग के पुत्र को फोन किया गया, लेकिन उसने रिसीव नहीं किया.
पुलिस ने कराया बेटे के लिए पास का बंदोबस्त...
ऐसे में पुलिस ने बुजुर्ग को मदद का भरोसा दिलाकर वापस बेटी के घर भेज दिया. लेकिन सुबह अचानक से बेटी और दामाद ने बुजुर्ग को घर से बाहर निकाल दिया और बुजुर्ग ने इसकी सूचना पुलिस को दी. ऐसे में एडीएम सिटी राजेश गोयल और सीओ सिटी हवा सिंह ने तुरंत बुजुर्ग के रहने के लिए आनंद धाम वृद्धाश्रम में व्यवस्था की और उसके पुत्र को फिर से सूचित किया.
बुजुर्ग के पुत्र ने लॉकडाउन के कारण पास की समस्या बताई, जिसका समाधान भी पुलिस ने कराया. इधर, पुलिस ने बुजुर्ग रमेशचंद्र को वृद्धाश्रम भेज दिया और आरोपी दामाद को शांतिभंग में गिरफ्तार कर लिया. उधर लुधियाना से रमेश चंद्र का बेटा अगले दिन भरतपुर पहुंचा और अपने साथ पिता रमेशचंद्र को लुधियाना ले गया.