भरतपुर. नगर निगम के डिप्टी मेयर के चुनाव में भी बुधवार को कांग्रेस ने भाजपा को करारी शिकस्त देते हुए चारों खाने चित्त कर दिया है. डिप्टी मेयर के पद पर भी कांग्रेस काबिज हो गई है. डिप्टी मेयर के पद पर कांग्रेस के गिरीश चौधरी ने कुल 64 मतों में 56 मत प्राप्त कर भाजपा के कलुआराम को 48 मतों से पराजित कर जीत हासिल की है. जबकि कलुआराम को महज 8 मत ही मिले. हालांकि भरतपुर नगर निगम के बोर्ड में कुल 65 पार्षद है, जिनमें से 64 पार्षदों ने मतदान में हिस्सा लिया. वार्ड संख्या 24 के पार्षद संजय शुक्ला मतदान में शामिल नहीं हुए.
बड़ी बात यह है कि इस बार के चुनाव में भी भाजपा सबसे बड़ी पार्टी थी. वहीं, उसके कांग्रेस से ज्यादा पार्षद चुनाव जीते थे. 65 वार्डो में 22 पार्षद भाजपा के सिम्बल पर चुनाव जीते. लेकिन भाजपा के डिप्टी मेयर के प्रत्याशी को बुधवार को हुए मतदान में महज 8 मत ही मिल पाएं. जबकि मंगलवार को मेयर के चुनाव में 14 मत भाजपा प्रत्याशी को मिले थे. इससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपाई पार्षदों ने मेयर के चुनाव की तरह डिप्टी मेयर के चुनाव में कांग्रेस के समर्थन में मतदान किया. वहीं, कांग्रेस के नेता अब कह रहे है कि भरतपुर अब विधान सभा चुनाव की तरह भाजपा मुक्त होने की दिशा में आगे बढ़ चुका है. साथ ही आने वाले पंचायत चुनाव में कांग्रेस भरतपुर को भाजपा मुक्त कर देगी.
कैबिनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह का कहना है कि अब भाजपा की पूरी कलई उतर चुकी है. लोग अब कड़ी से कड़ी जोड़कर विकास के साथ जुड़ना चाहते हैं. इसलिए जनता ने और सभी पार्षदों ने यह कदम उठाया है. इधर जीत के बाद डिप्टी मेयर गिरीश चौधरी ने कहा कि इस जीत का श्रेय भरतपुर की आन-बान-शान कैबीनेट मंत्री विश्वेन्द्र सिंह को जाता है. जो कि राजनीति में रणनीति और कूटनीति में माहिर है. उनके निर्देशन में ही कांग्रेस के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव जीता जा सका है. इसमें राज्य मंत्री डॉ सुभाष गर्ग, भजनलाल जाटव, मेयर अभिजीत जाटव सहित कांग्रेस के नेताओं ने सहयोग किया.
पढ़ेंः भरतपुर में बढ़ती चोरी को लेकर ग्रामिणों ने किया धरना प्रर्दशन
गिरीश चौधरी ने कहा कि इस चुनाव से भरतपुर के विकास की आधार शिला रखी जायेगी. जीत के बाद नगर निगम के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जमकर आतिशबाजी करते हुए खुशी जताई. वहीं, भाजपा में अब गुटबाजी की खबरें और तेज हो गई है. चर्चा है कि चुनाव में पार्टी के साथ दगाबाजी करने वाले नेताओं और पार्षदो पर पार्टी कार्रवाई करेगी.
बाड़मेर नगर परिषद में कांग्रेस के सुरतान सिंह देवड़ा बने उपसभापति
बाड़मेर. नगर परिषद में सभापति चुनाव के बाद बुधवार को उपसभापति पद के लिए मतदान हुआ. भाजपा और कांग्रेस में सीधा मुकाबला था, जिसमें भाजपा के सुनील सिंघवी को मात्र 18 वोट मिले. वहीं, कांग्रेस के सुल्तान सिंह देवड़ा को 37 वोट मिले. सुल्तान सिंह देवड़ा 19 मतों से विजई घोषित हुए.
पढ़ेंः लॉटरी से निकली हेमलता की किस्मत, बालोतरा में शहरी सरकार की बनी पहली महिला उप सभापति
जिसके बाद रिटर्निंग अधिकारी नीरज मिश्रा ने नवनिर्वाचित सभापति सुरतान सिंह देवड़ा को प्रमाण पत्र सौंपा. चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद सुरतान सिंह देवड़ा को उनके समर्थकों ने कंधों पर उठाकर फूल मालाएं पहनाकर बधाइयां दी. नवनिर्वाचित उपसभापति सुरतान सिंह देवड़ा ने मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि में सभापति के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आम आदमी के हितों को ध्यान में रखकर काम करूंगा. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पिछले 5 सालों से पट्टे नहीं बने हैं. इस बार लोगों को पट्टे जारी कर राहत देना प्राथमिकता रहेगी. इसके साथ ही शहर की साफ-सफाई का भी विशेष ख्याल रखा जाएगा.