भरतपुर. राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के साथ सरकार में भरतपुर के 3 मंत्री बनने से लोगों में विकास की उम्मीद जगी थी, लेकिन भरतपुर के हालात जस के तस बने हैं. कहीं भी कोई सुधार नजर नहीं आता है और लोग परेशान हैं.
कंजोली लाइन ओवर ब्रिज जो भरतपुर से दिल्ली, अलवर, मथुरा सहित आधे से ज्यादा जिले के इलाकों के लिए रास्ता है. वह ब्रिज कई वर्षों से टूटी हालत में है, जिसमें गहरे-गहरे गड्ढे हैं, जहां रोजाना हादसे हो रहे हैं और रेलवे लाइन के ऊपर से गुजर रहे ब्रिज में गड्ढों के अलावा ब्रिज के आरसीसी में लगे तार भी निकल रहे हैं, जिनसे वाहनों के टायर भी रोजाना फट रहे हैं.
बदहाल हालत में पड़ा यह ब्रिज चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग व मंत्री भजनलाल जाटव के विकास की तस्वीर को साफ तौर पर दिखा रहा है. प्रदेश कांग्रेस सरकार को 2 वर्ष से ज्यादा का समय हो गया है, जहां भरतपुर से इस सरकार में 3 विधायक मंत्री भी हैं, हालांकि एक मंत्री हटने के बाद फिलहाल 2 मंत्री बचे हैं, मगर फिर भी यहां का विकास किस कदर अपनी दम तोड़ रहा है, इसका नजारा देखने को मिल रहा है.
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कंजोली लाइन ओवर ब्रिज का निर्माण अशोक गहलोत सरकार द्वारा 2013 में करवाया गया था, लेकिन उसके कुछ समय बाद ही इस ब्रिज की हालत खराब होती गई और आज इसमें गहरे गड्ढों से वाहनों का निकलना मुश्किल होता है. साथ ही यह ब्रिज राज्य सरकार में चिकित्सा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष गर्ग के विधानसभा इलाके में स्थित है, जहां से रोजाना अधिकारी, मंत्री सहित नेता भी गुजरते हैं, मगर इस ब्रिज की बदहाल हालत को अनदेखा होकर निकल जाते हैं. उसके सुधार के लिए कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है, जबकि हजारों वाहन व जनता जो यहां से दिन रात गुजरती है, उनको मुश्किल का सामना करना पड़ता है.
जानकारी के मुताबिक इस ब्रिज के सुधार के लिए लोगों ने कई बार मंत्रियों से भी गुहार लगाई है, मगर उनकी गुहार पर कोई अमल तक नहीं किया गया. लिहाजा ब्रिज की बदहाल स्थिति वैसी ही बनी हुई है. स्थानीय लोगों ने बताया कि रेलवे लाइन के ऊपर बना ब्रिज काफी समय से टूटा पड़ा है, जहां से होकर रोजाना हजारों वाहन और लोग गुजरते हैं और इस वजह से आए दिन हादसे भी होते हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा इसके सुधार के लिए कोई उपाय नहीं किया जा रहा है.
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जिला कलेक्टर नथमल डेडल ने बताया कि जनजागरूकता अभियान के दौरान में उस ब्रिज से होकर गया था और तब देखा. यह ब्रिज राज्य सरकार द्वारा बनवाया गया है, लेकिन रेलवे लाइन के ऊपर वाला हिस्सा रेलवे द्वारा बनाया गया था. रेलवे लाइन के ऊपर वाला ब्रिज का हिस्सा बेहद बदहाल है, जिसको लेकर मैने रेलवे व सम्बंधित अधिकारी को निर्देशित किया है. इस ब्रिज को 4 दिन के अंदर रिपेयर कर सुनिश्चित किया जाए, जिससे वहां हादसे नहीं हों.