भरतपुर. देश में फैली कोरोना महामारी को हराने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग और लॉकडाउन की पालना करना बेहद जरूरी है. इस महामारी ने सिर्फ लोगों के बीच ही नहीं बल्कि रिश्तों के बीच भी दूरिया बढ़ दी है. ऐसा ही एक नजारा जिले के सरसेना गांव में देखने को मिला. जहां एक भाई ने अपनी बहन को दूर से खड़े होकर रोती बिलखती बहन को उसके ससुराल के लिए विदा किया.
इसे महामारी का भय लोगों के बीच इस कदर फैल गया है कि एक भाई अपनी रोती हुई बहन को गले भी नहीं लगा पाया. इस मंजर को देख हर व्यक्ति की आंख भर आई. भरतपुर जिले के वैर तहसील के गांव सरसेना का रहने वाला दूल्हा हरवीर सिंह धरसोनी गांव में रहने वाली लड़की अनसुईया से शादी करने के लिए पहुंचा था.
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इस शादी में सरकार की गाइडलाइन का ध्यान रखते हुए दोनों पक्षों से कुल 5 लोग शादी में आए. जिसमें से तीन दूल्हा पक्ष की तरफ से और दुल्हन पक्ष की तरफ से दुल्हन और उसका भाई. शादी पूरे रस्मों रिवाजों के साथ संपन्न की गई. लेकिन उस समय सभी को आंखे भर आई, जब अनसुईया की विदाई का समय आया और भाई उसे गले भी नहीं लगा सका. जिसके बाद दुल्हन ससुराल के लिए विदा हो गई.
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वहीं, दूल्हे ने बताया कि वह शादी के लिए वो लोग SDM से परमिशन लेकर आए. शादी में सिर्फ 5 लोगों के सम्मिलित होने की अनुमति मिली. जिसके बाद दूल्हे पक्ष की तरफ से 3 और दुल्हन पक्ष की तरफ से दुल्हन और उसका भाई सम्मिलित हुए है. देश में फैली कोरोना महामारी से बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग रखना जरूरी है. जिसके चलते लोगों के बीच दूरियां बढ़ती जा रही है. वहीं, इस संकट के दौर में एक भाई इस कदर मजबूर था कि अपनी बहन को गले गलाकर विदा भी नहीं कर पाया. दूर से ही हाथ जोड़ कर बहन को ससुराल के लिए विदा किया.