भरतपुर. शहर के जिंदल हॉस्पिटल के पास गुरुवार दोपहर एक होटल के मुनीम के साथ 1.10 लाख रुपए लूट की घटना झूठी पाई गई. घटना के बाद जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले और पीड़ित से सख्ती से पूछताछ की तो उसने लूट की घटना (The incident of robbery in Bharatpur is false) नहीं होने की बात स्वीकार कर ली. बताया जा रहा है कि मुनीम ने 6 लाख रुपए के लालच में 1.10 लाख रुपए की रकम गंवा दी.
ऐसे गढ़ी झूठी लूट की कहानीः पीड़ित रिंकेश ने बताया कि वो अनोखी होटल में मुनीम की नौकरी करता है. दोपहर बाद होटल मालिक ने उसे पंजाब नेशनल बैंक से 1 लाख 10 रुपए निकालकर लाने भेजा. जब वो बैंक से पैसे निकालकर वापस होटल लौट रहा था तो जिंदल हॉस्पिटल के पास उसके पीछे से दो बाइक पर सवार होकर चार लोग आए. बदमाशों ने रिंकेश के आगे बाइक लगाकर उसे रोक लिया और उसकी कनपटी पर कट्टा लगा दिया. बदमाशों ने रिंकेश की जेब से 1 लाख 10 हजार रुपए निकाल लिए और फरार हो गए.
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ऐसे हुआ खुलासाः घटना के तुरंत बाद पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर पुलिस टीम पूरी वारदात की छानबीन में जुट गई. घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो कहीं पर लूट की घटना सामने नहीं आई. इसके बाद पुलिस ने होटल के मुनीम रिंकेश से गहनता से पूछताछ की तो उसने लूट की वारदात नहीं होने की (fake robbery incident ) बात स्वीकार कर ली और लूट की झूठी घटना का पर्दाफाश हो गया.
हकीकत में हुआ ठगी का शिकारः पुलिस सूत्रों के मुताबिक मुनीम रिंकेश बैंक से होटल मालिक के कहने पर 1 लाख 10 हजार रुपए निकालने गया. इस दौरान ठग रिंकेश के साथ ही बैंक भी गए और उसे 1 लाख 10 हजार रुपए के बदले 6 लाख देने का झांसा दिया, जिसमें रिंकेश फंस गया. आरोपी असली रुपए लेकर रिंकेश को नकली नोटों की गड्डी (गड्डी पर आगे पीछे एक एक असली नोट थे) थमा कर चंपत हो गए. अब पुलिस ठगी करने वालों की तलाश में जुटी है. वहीं होटल मालिक की ओर से मुनीम के खिलाफ अभी तक कोई मामला दर्ज नहीं कराया है.