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भरतपुर: हत्यारे में पहले भी की थी अंकिता से बदतमीजी, पुलिस की 3 टीमें तलाश में जुटी

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Published : Jan 27, 2021, 11:02 PM IST

गणतंत्र दिवस के दिन सुबह करीब आठ बजे एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्रेम के चलते पड़ोस की एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के संबंध में मृतका के पिता ने आरोपी सुनील कुमार के विरुद्ध थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज कराया है. वहीं फरार आरोपी की तलाश पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं. जानकारी के अनुसार आरोपी मैट्रिक फेल है और ट्रैक्टर चलाता है.

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भरतपुर में लड़की की गोली मारकर हत्या

भरतपुर. गणतंत्र दिवस के दिन सुबह करीब आठ बजे एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्रेम के चलते पड़ोस की एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के संबंध में मृतका के पिता ने आरोपी सुनील कुमार के विरुद्ध थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज कराया है. वहीं फरार आरोपी की तलाश पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं. जानकारी के अनुसार आरोपी मैट्रिक फेल है और ट्रैक्टर चलाता है.

पढ़ें: अलवर: हत्या को दिया था एक्सीडेंट का रूप, पुलिस ने किया खुलासा

जानकारी के अनुसार करीब तीन माह पूर्व आरोपी युवक ने कुम्हेर गेट कृषि उपज मंडी के निकट स्थित पीएनबी बैंक में अपनी पास बुक लेने गई अंकिता के हाथ से मोबाइल छीन लिया और बदतमीजी की थी. इस पर अंकिता ने अपने माता-पिता को बताया. माता-पिता ने पड़ोस में ही रह रहे आरोपी सुनील के ताऊ दशरथ, मामा नेपाल से शिकायत की. जिसके बाद आरोपी के पिता वीरेंद्र और बड़े भाई राकेश को बुलाकर बात की, जिस पर आरोपी के परिजनों ने अंकिता और उसके परिवार से माफी मांग ली. इसके बाद कुछ दिन के लिए मामला शांत हो गया.

ट्रैक्टर चलाता है आरोपी सुनील

अंकिता राजपूत का हत्यारा आरोपी सुनील जाट ट्रैक्टर चलाता है और वह मैट्रिक फेल है. ट्रैक्टर से ईंट, बजरी आदि की सप्लाई करता है. मुखर्जी नगर में उसके ताऊ दशरथ और मामा नेपाल का मकान है, वहीं उनके पास बीते 8 माह से वह प्लाट खरीदकर अपने मकान का निर्माण करा रहा है. आरोपी के मृतका अंकिता के परिवार से करीब 15 साल से पारिवारिक संबंध हैं. आरोपी फतेहपुर सीकरी के गांव उंदेरा में रहता था, लेकिन उसका अक्सर यहां आना जाना बना रहता था.

ताला लगाकर जाते थे माता पिता

जानकारी के अनुसार शक्ति सिंह राजपूत के दो बेटियां थी. बड़ी बेटी कनिष्का बीए फाइनल में पढ़ती है, जबकि छोटी बेटी अंकिता राजपूत बीएससी फाइनल में पढ़ती थी. माता-पिता दोनों सरकारी टीचर होने के कारण डीग में पढाने जाते थे. तीन माह पूर्व बेटी के साथ सुनील द्वारा की गई बदतमीजी की घटना के बाद से ही परिजनों के मन में डर था. लेकिन सामाजिक मान सम्मान और बेटियों के अक्सर दिन के समय अकेले रहने के भय के कारण घटना के संबंध में पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं कराया. यही कारण था कि माता पिता 26 जनवरी को स्कूल जाने से पूर्व अपने मकान के दोनों गेटों का ताला लगाकर गए थे. बेटियों से भी कह रखा था कि पीछे से किसी भी अजनबी को ताला खोलकर अंदर प्रवेश नहीं कराना है. लेकिन मौत छत के रास्ते से आ गई.

पुलिस की तीन टीमें जुटी आरोपी की तलाश में

उक्त मामले की जांच थानाधिकारी कोतवाली रामकिशन यादव पुलिस निरीक्षक कर रहे हैं. आरोपी की तलाश के लिए तीन टीमें काम कर रही हैं. जिनमें थाना उद्योग नगर प्रभारी चंद्रप्रकाश चौधरी, चिकसाना थाना प्रभारी रामनाथ सिंह भी शामिल हैं. साथ ही साइबर सेल भी आरोपी की मोबाइल लोकेशन तलाश रहा है. लेकिन आरोपी ने मोबाइल को स्विच ऑफ कर लिया है. इधर आरोपी सुनील का पिता वीरेंद्र सिंह, भाई राकेश, मामा नेपाल सिंह फरार चल रहे हैं.

आरोपी के ताऊ दशरथ से पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है. पुलिस ने आरोपी के गांव उंदेरा में भी दबिश दी. फतेहपुर सीकरी में रहने वाले उसके चाचा जागन सिंह के घर एवं दौलतगढ़ में रहने वाले आरोपी के जीजा हरवीर के यहां भी पुलिस ने दबिश देकर आरोपी की तलाश की, लेकिन उसका अभी तक कोई अता पता नहीं चल सका है.

गौरतलब है कि शक्तिसिंह राजपूत और उसकी पत्नी रेखा दोनों ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ककड़ा डीग में पढ़ाते हैं. 26 जनवरी को सुबह वे 7 बजे घर से स्कूल के लिए निकल गए, कुम्हेर के निकट जब वे पहुंचे ही थे तो उनकी बड़ी बेटी कनिष्का ने फोन पर सूचना दी कि सुनील पुत्र वीरेंद्र जाट ने छोटी बहन अंकिता की गोली मार दी है, पड़ोसी उसे जिला अस्पताल लेकर गए. मां-बाप ने जब अस्पताल में जाकर देखा, तब तक अंकिता की मौत हो चुकी थी. अंकिता के पेट में दाई ओर गोली लगी थी. अंकिता बीएससी फाइनल में पढ़ती थी.

भरतपुर. गणतंत्र दिवस के दिन सुबह करीब आठ बजे एक सिरफिरे युवक ने एकतरफा प्रेम के चलते पड़ोस की एक युवती की गोली मारकर हत्या कर दी. घटना के संबंध में मृतका के पिता ने आरोपी सुनील कुमार के विरुद्ध थाना कोतवाली में हत्या का मामला दर्ज कराया है. वहीं फरार आरोपी की तलाश पुलिस की तीन टीमें जुटी हुई हैं. जानकारी के अनुसार आरोपी मैट्रिक फेल है और ट्रैक्टर चलाता है.

पढ़ें: अलवर: हत्या को दिया था एक्सीडेंट का रूप, पुलिस ने किया खुलासा

जानकारी के अनुसार करीब तीन माह पूर्व आरोपी युवक ने कुम्हेर गेट कृषि उपज मंडी के निकट स्थित पीएनबी बैंक में अपनी पास बुक लेने गई अंकिता के हाथ से मोबाइल छीन लिया और बदतमीजी की थी. इस पर अंकिता ने अपने माता-पिता को बताया. माता-पिता ने पड़ोस में ही रह रहे आरोपी सुनील के ताऊ दशरथ, मामा नेपाल से शिकायत की. जिसके बाद आरोपी के पिता वीरेंद्र और बड़े भाई राकेश को बुलाकर बात की, जिस पर आरोपी के परिजनों ने अंकिता और उसके परिवार से माफी मांग ली. इसके बाद कुछ दिन के लिए मामला शांत हो गया.

ट्रैक्टर चलाता है आरोपी सुनील

अंकिता राजपूत का हत्यारा आरोपी सुनील जाट ट्रैक्टर चलाता है और वह मैट्रिक फेल है. ट्रैक्टर से ईंट, बजरी आदि की सप्लाई करता है. मुखर्जी नगर में उसके ताऊ दशरथ और मामा नेपाल का मकान है, वहीं उनके पास बीते 8 माह से वह प्लाट खरीदकर अपने मकान का निर्माण करा रहा है. आरोपी के मृतका अंकिता के परिवार से करीब 15 साल से पारिवारिक संबंध हैं. आरोपी फतेहपुर सीकरी के गांव उंदेरा में रहता था, लेकिन उसका अक्सर यहां आना जाना बना रहता था.

ताला लगाकर जाते थे माता पिता

जानकारी के अनुसार शक्ति सिंह राजपूत के दो बेटियां थी. बड़ी बेटी कनिष्का बीए फाइनल में पढ़ती है, जबकि छोटी बेटी अंकिता राजपूत बीएससी फाइनल में पढ़ती थी. माता-पिता दोनों सरकारी टीचर होने के कारण डीग में पढाने जाते थे. तीन माह पूर्व बेटी के साथ सुनील द्वारा की गई बदतमीजी की घटना के बाद से ही परिजनों के मन में डर था. लेकिन सामाजिक मान सम्मान और बेटियों के अक्सर दिन के समय अकेले रहने के भय के कारण घटना के संबंध में पुलिस में कोई मामला दर्ज नहीं कराया. यही कारण था कि माता पिता 26 जनवरी को स्कूल जाने से पूर्व अपने मकान के दोनों गेटों का ताला लगाकर गए थे. बेटियों से भी कह रखा था कि पीछे से किसी भी अजनबी को ताला खोलकर अंदर प्रवेश नहीं कराना है. लेकिन मौत छत के रास्ते से आ गई.

पुलिस की तीन टीमें जुटी आरोपी की तलाश में

उक्त मामले की जांच थानाधिकारी कोतवाली रामकिशन यादव पुलिस निरीक्षक कर रहे हैं. आरोपी की तलाश के लिए तीन टीमें काम कर रही हैं. जिनमें थाना उद्योग नगर प्रभारी चंद्रप्रकाश चौधरी, चिकसाना थाना प्रभारी रामनाथ सिंह भी शामिल हैं. साथ ही साइबर सेल भी आरोपी की मोबाइल लोकेशन तलाश रहा है. लेकिन आरोपी ने मोबाइल को स्विच ऑफ कर लिया है. इधर आरोपी सुनील का पिता वीरेंद्र सिंह, भाई राकेश, मामा नेपाल सिंह फरार चल रहे हैं.

आरोपी के ताऊ दशरथ से पुलिस उसके बारे में जानकारी जुटा रही है. पुलिस ने आरोपी के गांव उंदेरा में भी दबिश दी. फतेहपुर सीकरी में रहने वाले उसके चाचा जागन सिंह के घर एवं दौलतगढ़ में रहने वाले आरोपी के जीजा हरवीर के यहां भी पुलिस ने दबिश देकर आरोपी की तलाश की, लेकिन उसका अभी तक कोई अता पता नहीं चल सका है.

गौरतलब है कि शक्तिसिंह राजपूत और उसकी पत्नी रेखा दोनों ही राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ककड़ा डीग में पढ़ाते हैं. 26 जनवरी को सुबह वे 7 बजे घर से स्कूल के लिए निकल गए, कुम्हेर के निकट जब वे पहुंचे ही थे तो उनकी बड़ी बेटी कनिष्का ने फोन पर सूचना दी कि सुनील पुत्र वीरेंद्र जाट ने छोटी बहन अंकिता की गोली मार दी है, पड़ोसी उसे जिला अस्पताल लेकर गए. मां-बाप ने जब अस्पताल में जाकर देखा, तब तक अंकिता की मौत हो चुकी थी. अंकिता के पेट में दाई ओर गोली लगी थी. अंकिता बीएससी फाइनल में पढ़ती थी.

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