भरतपुर. जयपुर से पशुपालन विभाग की दो सदस्यीय टीम केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पहुंची और यहां के कई जोन का निरीक्षण कर पक्षियों में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए स्थिति का जायजा लिया. भरतपुर पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी ने बताया कि सोमवार सुबह स्थानीय क्षेत्रीय रोग निदान केंद्र की टीम के साथ घना में अलग-अलग ब्लॉक का निरीक्षण किया.
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यहां पक्षियों में फिलहाल बर्ड फ्लू के कोई लक्षण नजर नहीं आ रहे हैं और हालात सामान हैं. वहीं, सोमवार शाम को जयपुर से पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. महेश यादव और बृज किशोर गोयल सीनियर वेटनरी ऑफिसर केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान पहुंचे. यहां उन्होंने घना में अलग-अलग ब्लॉक का निरीक्षण किया. जयपुर से आई टीम मंगलवार सुबह भी केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में अलग-अलग ब्लॉक का निरीक्षण करेगी और यहां प्रवासी पक्षियों में बर्ड फ्लू के खतरे को देखते हुए जायजा लेगी.
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संयुक्त निदेशक डॉ. नगेश चौधरी ने बताया कि जिले में संचालित मुर्गी फार्म का भी सर्वे कराया जा रहा है. गौरतलब है कि प्रदेश के झालावाड़, जयपुर, जोधपुर, कोटा समेत कई जिलों में बर्ड फ्लू के चलते बड़ी संख्या में कौओं व अन्य पक्षियों की मौत हो गई है. जिसके बाद राज्य सरकार ने भरतपुर के केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के लिए एडवाइजरी जारी की है.