भरतपुर. भाजपा कार्यकर्ता कृपाल जघीना हत्याकांड के मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना समेत पांच आरोपियों को पुलिस (Kripal Jaghina Murder Case) ने धर दबोचा है. हत्या के बाद पांचों आरोपी गोवा जाने की प्लानिंग से निकले थे. इससे पहले पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया है. भरतपुर पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस की मदद से पांचों आरोपियों को कोल्हापुर के पास गिरफ्तार कर लिया है.
सहायक पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि घटना के तुरंत बाद आईजी भरतपुर गौरव श्रीवास्तव एसपी श्याम सिंह के निर्देशन में दो टीमों का गठन किया गया. घटना के बाद ही टीम लगातार आरोपियों की धर पकड़ से प्रयास कर रही थी और जगह-जगह दबिश दे रही थी. इसी दौरान टेक्निकल टीम से मुख्य आरोपी कुलदीप जघीना और चार अन्य के मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में होने की सूचना मिली. आरोपी इंदौर से गाड़ी में बैठकर गोवा रवाना हो गए.
ऐसे पकड़ में आए आरोपी: सूचना के तुरंत बाद कुम्हेर थाना प्रभारी हिमांशु सिंह के नेतृत्व में टीम (BJP worker murdered in Bharatpur) अभियुक्तों का पीछा करने के लिए रवाना हुई. टेक्निकल टीम से मिली सूचना के आधार पर भरतपुर आईजी गौरव श्रीवास्तव और पुलिस अधीक्षक श्याम सिंह ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर पुलिस से समन्वय स्थापित कर सहयोग के लिए एक टीम तैयार करवाई. कोल्हापुर टीम ने आरोपियों को गोवा पहुंचने से पहले ही धर दबोचा. इसके बाद भरतपुर पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई और आरोपियों की पहचान कर उन्हें गाड़ी से वापस भरतपुर लेकर आई. सहायक पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि पुलिस टीम ने 3 दिन में 4000 किलोमीटर का सफर तय करके आरोपियों को पकड़ने में सफलता हासिल की है.
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भूखंड पर विवाद: सहायक पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि भरतपुर शहर में काली बगीची (Kripal Singh Jaghina shot dead) शीशम रोड पर एक बड़े भूखंड को लेकर कुलदीप जघीना और कृपाल जघीना व उसके साथियों के बीच ठनी हुई थी. कुलदीप इस भूखंड को खरीद कर करोड़ों का सौदा कर पैसा कमाना चाहता था. लेकिन कृपाल सिंह और उसके साथियों ने उस जमीन पर न्यायालय से स्टे ले लिया. इसी बात को लेकर कृपाल सिंह व कुलदीप के बीच रंजिश थी.
ये थी घटना: गौरतलब है कि 5 सितंबर को सतवीर सिंह ने पुलिस में मामला दर्ज कराया था, जिसमें बताया था कि 4 सितंबर को भाजपा कार्यकर्ता कृपाल जघीना सर्किट हाउस से अपने वाहन से घर जा रहा था. इसी दौरान जघीना गेट पर षड्यंत्र के तहत कुलदीप, कुंवर, विजयपाल, हरपाल, प्रभाव, शेर सिंह, मौना, सुधांशु गौड़, कौशल, योगराज और 8-10 अन्य ने घेरकर गोली मारकर कृपाल सिंह की हत्या कर दी थी.