भरतपुर. भारतीय सेना में महिला सैनिकों की भर्ती का रास्ता खुलते ही छात्राओं में देश सेवा का जज्बा जाग गया है. सेना में महिला सैनिकों की भर्ती को बढ़ावा देने के लिए एनसीसी निदेशालय ने भी सत्र 2018-19 में एनसीसी में गर्ल्स कैडेट्स का 30 फीसदी कोटा फिक्स कर दिया है. जिसके बाद से एनसीसी में गर्ल्स कैडेट्स की संख्या बढ़ने लगी है. वहीं, एनसीसी 6 राज भरतपुर की ओर से आयोजित सीएटीसी कैंप में भरतपुर और धौलपुर की 76 गर्ल्स कैडेट्स भाग ले रही हैं.
वहीं, भरतपुर के सेवर क्षेत्र में आयोजित 10 दिवसीय सीएटीसी कैंप के तहत 76 छात्राओं ने फायरिंग का प्रशिक्षण भी लिया. छात्राओं को सेना की फायरिंग रेंज में सैन्य अधिकारियों की निगरानी में प्वांइट 22 राइफल से 3 दिन तक प्रशिक्षण दिया गया. छात्राओं को छात्र कैडेट्स के साथ में व्यक्तित्व विकास, ड्रिल, वेपन ट्रेनिंग, दौड़, फिजिकल फिटनेस जैसे सख्त प्रशिक्षण भी दिए जा रहे हैं.
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एनसीसी 6 राज के लेफ्टिनेंट डॉ. पी एल मीणा ने बताया कि एनसीसी निदेशालय ने सत्र 2018- 19 में एनसीसी में गर्ल्स कैडेट्स के लिए 30 फीसदी का कोटा रिजर्व कर दिया है. उन्होंने बताया कि एनसीसी का 'सी' सर्टिफिकेट प्राप्त करने के बाद गर्ल्स कैडेट्स के लिए सेना में भर्ती होना काफी आसान हो जाएगा. मीणा ने बताया कि 'सी' सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली छात्राएं जहां सैन्य अधिकारी के लिए आयोजित होने वाली परीक्षा से मुक्त होकर सीधे साक्षात्कार दे सकेंगी वहीं सैनिक के रूप में भर्ती होने के लिए भी उन्हें 5 अंक अतिरिक्त प्रदान किए जाएंगे.
कैंप में भाग ले रही एमएसजे कॉलेज की एनसीसी द्वितीय वर्ष की छात्रा सोनम ठाकुर का कहना है कि उसने एनसीसी सिर्फ इसीलिए ज्वाइन किया है ताकि भविष्य में वह सेना में भर्ती हो सके. सोनम ने बताया कि यदि मौका मिला तो सेना में भर्ती होकर वह आतंकवादियों से लोहा लेने के लिए भी तैयार रहेंगी. गौरतलब है कि हाल ही में पहली बार उत्तर प्रदेश के लखनऊ में भारतीय सेना की ओर से महिला सैनिकों की भर्ती आयोजित की गई थी.