भरतपुर. राज्य सरकार द्वारा महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन पखवाड़ा और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की ओर से आमजन से की गई अपील के बाद जिले में स्वविवेक से लोगों की ओर से 263 शादियां स्थगित कर दी गई हैं. लोगों ने यह निर्णय कोरोना संक्रमण से बचाव और उसके फैलाव को रोकने के लिए लिया है.
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जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता ने बताया कि लाॅकडाउन गाइडलाइन के तहत जिला प्रशासन ने उपखण्ड अधिकारी के निर्देशन में स्थानीय कार्मिकों की टीम बनाकर ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाली शादियों का सत्यापन कराकर समझाईश की. इस दौरान लोगों को समझाया कि शादियां जीवन में एक बार होती है क्यों न हम सब मिल कर पूरे हर्षोल्लास के साथ करें. क्यों हम कोविड-19 के भय के साये एवं गाइडलाइन की बंदिशों में शादी करें.
इससे लोग प्रभावित होकर स्वविवेक से शादियां स्थगित की. साथ ही जिला कलेक्टर गुप्ता ने अभिनव पहल कर समस्त उपखण्ड अधिकारियों को निर्देश दिये कि आपके क्षेत्र में ऐसे परिवार जिन्होंने स्वविवेक से शादियां स्थगित की हो उनका सम्मानित करने का अभियान चलाया जावे. इस अभियान से प्रेरित होकर भी बहुत से परिवारों ने शादियां स्थगित कर दीं.
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जिला कलेक्टर गुप्ता ने बताया कि जिले में अब तक 263 लोगों ने अपने परिवार में शादियां स्थगित कर जिला प्रशासन का सहयोग किया है. जिनमें उपखण्ड भरतपुर में 56, कुम्हेर में 15, नदबई में 44, डीग में 10, नगर में 19, कामां में 6, पहाड़ी में 28, बयाना में 35, वैर-भुसावर में 37 और उपखण्ड रूपवास क्षेत्र में 13 शादियां स्थगित की गई.