अलवर. देश में अनलॉक 1.0 की शुरुआत के साथ ही रोजगार संबंधित शिकायतें भी बढ़ गई हैं. जिले के श्रम विभाग में रोजाना 10 से 12 शिकायतें रोजगार संबंधित पाई जा रही हैं. कहीं किसी को बिना किसी सूचना के अचानक नौकरी से निकाला जा रहा है तो कहीं सयम पर वेतन नहीं दिया जा रहा है.
जानकारी के अनुसार अलवर के 15 औद्योगिक क्षेत्रों में 30 से अधिक क्लस्टर बने हुए हैं. इनमें 15 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां हैं. जिनमें लाखों श्रमिक काम करते हैं. इनमें प्रवासी श्रमिकों की संख्या ज्यादा है. लॉकडाउन के दौरान सभी उद्योग धंधे बंद रहे. हालांकि, तीसरे लॉकडाउन से लगातार सरकार की तरफ से सभी औद्योगिक क्षेत्रों को खोलने की अनुमति दी गई.
सभी कंपनियों में नियम और शर्तों के साथ काम शुरू हुआ. इस बीच प्रवासी श्रमिकों का लगातार अपने घर लौटने का सिलसिला जारी रहा. जिसके कारण चलते उत्पादों की डिमांड में कमी आई. ऐसे में औद्योगिक इकाइयों ने 30 और 50 प्रतिशत श्रमिकों के साथ काम शुरू किया. जिसके वजह से बड़ी संख्या में लोगों की नौकरियां जा रही हैं. सरकार के तमाम निर्देशों के बाद भी श्रमिकों को समय पर वेतन नहीं मिल रहा है.
पढ़ें: कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को घर जाने की इजाजत, अब गुरुवार शाम को बाड़ाबंदी में फिर लौटेंगे
अनलॉक 1.0 में इन दिनों रोजगार संबंधित शिकायत बढ़ी हैं. श्रम विभाग के कार्यालय में प्रतिदिन 10 से 15 शिकायतें रोजगार से निकालने, वेतन में कटौती होने और समय पर वेतन नहीं मिलने संबंधित आ रही हैं. जबकि अब तक 300 के आसपास लिखित शिकायतें श्रम विभाग में पहुंच चुकी हैं. श्रम विभाग के अधिकारियों ने कहा कि प्रतिदिन 10 से 12 शिकायतों को फोन पर निस्तारित किया जाता है. इसके अलावा लगातार श्रमिक और कंपनी मालिकों को समझाइश करते हुए समस्याओं का समाधान किया जा रहा है. लेकिन अनलॉक वन में अचानक लोगों की रोजगार संबंधित शिकायतें बढ़ी हैं. ऐसे में लोग खासे परेशान हो रहे हैं.