अलवर. बालिका को न्याय दिलवाने के लिए अलवर में एक संघर्ष समिति बनाई गई है. संघर्ष समिति ने शनिवार को घटना के विरोध में बंद (Protest In Alwar) का आह्वान किया. व्यापारी, सामाजिक संस्था, युवा सभी संघर्ष समिति में शामिल है. संघर्ष समिति के पदाधिकारियों का आरोप है कि सरकार के इशारे पर पुलिस और प्रशासन पूरे मामले को हादसे का रूप देने में लगा है, जबकि बालिका के साथ गलत हुआ है.
शुरुआत में पुलिस ने दुष्कर्म की बात कही थी, लेकिन बाद में पुलिस खुद इस मामले को नया रूप दे रही है. लोगों ने कहा कि जब तक पीड़िता को न्याय नहीं मिलेगा उनका संघर्ष जारी रहेगा. पुलिस ने सीबीआई के आने से पहले ही अलवर में सभी साक्ष्य मिटाए दिए. यह साजिश के तहत किया गया है. संघर्ष समिति की तरफ से शनिवार को जो अलवर बंद का आह्वान (Bandh Of Sangharsh Samiti In Alwar) किया उसका व्यापक असर देखने को मिला है.
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जिले भर में सुबह से ही सभी प्रतिष्ठान पूरी तरह से बंद नजर आए. लोग खुद आगे आकर बंद का समर्थन कर रहे हैं. इस बंद से साफ है कि अलवर की जनता में घटना को लेकर खासा रोष है. इस मामले में लगातार पीड़िता के नए वीडियो सामने आ रहे हैं. संघर्ष समिति के लोगों का कहना है कि पुलिस इस पूरे मामले को हिट एंड रन से जोड़ने में लगी है. पुलिस ने बढ़ते दबाव के चलते अभी तक इस मामले का खुलासा भी नहीं किया है. जबकि पुलिस ने इस मामले में सभी लोगों को हिरासत में लिया है. पुलिस की तरफ से सीन रीक्रिएशन की प्रक्रिया भी कर ली गई है. पुलिस खुद की कहानी को सही साबित करने में लगी हुई है.