अलवर. पर्यटन मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने शुक्रवार को सरिस्का पहुंचे थे. यहां उन्होंने सरिस्का के अधिकारियों की बैठक ली. इसके बाद उन्होंने शनिवार को पांडुपोल हनुमान मंदिर में पूजा अर्चना की. इस दौरान वन विभाग के अधिकारी भी (Vishvendra Singh visit to Alwar) मौजूद रहे. पूजा के बाद उन्होंने आरटीडीसी होटल टाइगर डेन, सिलीसेढ़ झील सहित आरटीडीसी के प्रमुख प्रॉपर्टी का निरीक्षण किया. सिलीसेढ़ झील के होटल के निरीक्षण के दौरान उन्होंने मैनेजर को जरूरी निर्देश देते हुए पर्यटकों को बेहतर सुविधा देने की बात कही.
इससे यहां आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो. पर्यटकों के आने से सरकार और प्रशासन को फायदा मिलता है. साथ ही स्थानीय लोगों को भी रोजगार मिलता है. उन्होंने कहा कि आरटीडीसी की होटलों के हालात बेहतर करने और सुविधाएं बढ़ाने को लेकर प्लान तैयार किया जा रहा है. इस दौरान विश्वेंद्र सिंह ने राजनीतिक सवालों से दूरी बनाए रखी. उनसे प्रदेश के मंत्रियों से जुड़े हुए कई सवाल पूछे गए, लेकिन उन्होंने किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया.
मंत्री के निरीक्षण के दौरान वन विभाग, पर्यटन विभाग और प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे. बैठक के दौरान अधिकारियों से फीडबैक लेते हुए सुझाव मांगे गए. उन्होंने कहा कि अलवर और सरिस्का एनसीआर का हिस्सा है. जो दिल्ली और जयपुर के बीच में है. यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. अलवर में पहाड़ है, झील है, जंगल है और सरिस्का में बाघों का कुनबा भी बढ़ रहा है.