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Special: अलवर में लोगों ने बिजली चोरी का अपनाया ऐसा नायाब जुगाड़, अधिकारी भी हैरान

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Published : Jan 21, 2021, 6:52 PM IST

अलवर में लोगों ने बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ अपनाया है, जिससे बिजली विभाग के अधिकारी भी अचंभित है. यहां सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को विशेष तरह के उपकरण से 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. इससे उपभोक्ता को तो फायदा होता है, लेकिन बिजली विभाग को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. अलवर में बिजली चोरी के इस तरह के 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. देखें ये खास रिपोर्ट...

theft of electricity in alwar, converting single phase to 3 phase power
जुगाड़ वाले बिजली चोर...

अलवर. बिजली चोरी आजकल बहुत आम हो चुकी है. बिजली के लंबे चौड़े बिल से बचने के लिए हर तबके के लोग बिजली चोरी कर रहे हैं. बिजली विभाग चोरी पकड़ने के जितने तरीके ढूंढ़ता है, लोग उतने ही नए तरीके चोरी करने के ढूंढ लेते हैं. अलवर में भी लोगों ने बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ अपनाया है, जिससे बिजली विभाग के अधिकारी भी अचंभित है. देखें ये खास रिपोर्ट...

अलवर में सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट कर बिजली चोरी की जा रही है...

अलवर में लोग नए अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं. यहां सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को विशेष तरह के उपकरण से 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. इससे उपभोक्ता को तो फायदा होता है, लेकिन बिजली विभाग को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. अलवर में बिजली चोरी के इस तरह के 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. प्रदेश में अलवर एकमात्र ऐसा जिला है, जहां लोग इस अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं.

सिंगल फेस से 3 फेस का कनवर्टर...

अलवर में बिजली विभाग के 8 लाख कनेक्शन है, जिनको प्रतिदिन लाखों यूनिट बिजली सप्लाई की जाती है. ग्रामीण क्षेत्र में रात के समय थ्री फेस की लाइट सप्लाई होती है. जबकि, दिन के समय सिंगल फेस विद्युत सप्लाई की जाती है. ग्रामीण एरिया में किसान के खेत की मोटर, घर का ट्यूबवेल अन्य कार्य थ्री फेस से होते हैं. ग्रामीण क्षेत्र में 3 फेस बिजली सप्लाई रात के समय होती है. ऐसे में दिन के समय किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन सबके बीच अलवर में बिजली चोरी का एक नया ट्रेंड सामने आया है. अलवर में एक विशेष तरह के ट्रांसफार्मर को बनाकर सिंगल फेस की बिजली सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. अब तक विद्युत विभाग की जांच टीम के सामने 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.

पढ़ें: Special: जिले के अस्पतालों की सुरक्षा राम भरोसे...मानक के अनुरूप नहीं अग्निशमन यंत्र, खतरे में मरीजों की जान

अब तक 60 मामले आए सामने...

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वैसे तो पूरे जिले में इस तरह के ट्रांसफर पर घर-घर में लग रहे हैं. लेकिन, अभी तक की जांच पड़ताल के दौरान अलवर के किशनगढ़ बास, खैरथल, रामगढ़ सहित मेवात क्षेत्र में इस तरह के ट्रांसफार्मर ज्यादा मिल रहे हैं. लोग खुलेआम इनको अपने घरों में लगाते हैं. बाजार में ट्रांसफार्मर 30 से 50 हजार रुपए में मिलता है. साथ ही, दिन के समय भी पानी की मोटर, दूध से घी निकालने की मशीन सहित अन्य कई कार्य किए जाते हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अलवर राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है. जहां एक विशेष तरह के हाथ से बने ट्रांसफार्मर को लगाकर बिजली चोरी होती है. लगातार इसका चलन बढ़ रहा है. लेकिन, इस ट्रांसफार्मर ने बिजली विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार इस संबंध में जान पड़ताल की जा रही है. जुगाड़ ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है. अब तक 60 लोगों के खिलाफ विद्युत विभाग के थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं, जिसमें जांच पड़ताल चल रही है.

विद्युत विभाग को चंपत...

हाथ से बने इस ट्रांसफार्मर की मदद से ग्रामीण सिंगल फेस बिजली सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट करते हैं. इससे बिजली विभाग को खासा नुकसान पहुंचता है. क्योंकि, सिंगल फेस और 3 फेस की विद्युत यूनिट चार्ज में काफी फर्क है. जबकि, किसानों को इससे बड़ा फायदा होता है. दिन के समय भी किसान अपनी पानी की मोटर, खेत की मोटर सहित अन्य तारे भी आसानी से करते हैं.

पढ़ें: SPECIAL : अपराध के गढ़ मेवात पर गृह मंत्रालय की नजर...अब चार राज्यों की स्पेशल कमेटी निपटेगी क्राइम से

केवल अलवर में हो रही है चोरी...

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा, पूरे राजस्थान में अलवर अकेला ऐसा जिला है, जहां इस तरह के ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी की जाती है. पूरे प्रदेश में पहली बार अलवर में बिजली चोरी का नया तरीका सामने आया. इसकी जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है. जल्द ही इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

मीटिंग में उठ चुका है मुद्दा...

प्रशासन व विद्युत निगम की कई अहम बैठकों में जुगाड़ ट्रांसफार्मर का मुद्दा उठ चुका है. विद्युत निगम के अधिकारियों की नाक के नीचे खुलेआम यह खेल चल रहा है. ट्रांसफार्मर बनाने वाले जुगाड़ बाजो ने विद्युत निगम को परेशान कर दिया है.

अलवर. बिजली चोरी आजकल बहुत आम हो चुकी है. बिजली के लंबे चौड़े बिल से बचने के लिए हर तबके के लोग बिजली चोरी कर रहे हैं. बिजली विभाग चोरी पकड़ने के जितने तरीके ढूंढ़ता है, लोग उतने ही नए तरीके चोरी करने के ढूंढ लेते हैं. अलवर में भी लोगों ने बिजली चोरी का ऐसा जुगाड़ अपनाया है, जिससे बिजली विभाग के अधिकारी भी अचंभित है. देखें ये खास रिपोर्ट...

अलवर में सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट कर बिजली चोरी की जा रही है...

अलवर में लोग नए अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं. यहां सिंगल फेस विद्युत सप्लाई को विशेष तरह के उपकरण से 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. इससे उपभोक्ता को तो फायदा होता है, लेकिन बिजली विभाग को खासा नुकसान झेलना पड़ रहा है. अलवर में बिजली चोरी के इस तरह के 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं. प्रदेश में अलवर एकमात्र ऐसा जिला है, जहां लोग इस अंदाज में बिजली चोरी कर रहे हैं.

सिंगल फेस से 3 फेस का कनवर्टर...

अलवर में बिजली विभाग के 8 लाख कनेक्शन है, जिनको प्रतिदिन लाखों यूनिट बिजली सप्लाई की जाती है. ग्रामीण क्षेत्र में रात के समय थ्री फेस की लाइट सप्लाई होती है. जबकि, दिन के समय सिंगल फेस विद्युत सप्लाई की जाती है. ग्रामीण एरिया में किसान के खेत की मोटर, घर का ट्यूबवेल अन्य कार्य थ्री फेस से होते हैं. ग्रामीण क्षेत्र में 3 फेस बिजली सप्लाई रात के समय होती है. ऐसे में दिन के समय किसानों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इन सबके बीच अलवर में बिजली चोरी का एक नया ट्रेंड सामने आया है. अलवर में एक विशेष तरह के ट्रांसफार्मर को बनाकर सिंगल फेस की बिजली सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट किया जा रहा है. अब तक विद्युत विभाग की जांच टीम के सामने 60 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं.

पढ़ें: Special: जिले के अस्पतालों की सुरक्षा राम भरोसे...मानक के अनुरूप नहीं अग्निशमन यंत्र, खतरे में मरीजों की जान

अब तक 60 मामले आए सामने...

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा कि वैसे तो पूरे जिले में इस तरह के ट्रांसफर पर घर-घर में लग रहे हैं. लेकिन, अभी तक की जांच पड़ताल के दौरान अलवर के किशनगढ़ बास, खैरथल, रामगढ़ सहित मेवात क्षेत्र में इस तरह के ट्रांसफार्मर ज्यादा मिल रहे हैं. लोग खुलेआम इनको अपने घरों में लगाते हैं. बाजार में ट्रांसफार्मर 30 से 50 हजार रुपए में मिलता है. साथ ही, दिन के समय भी पानी की मोटर, दूध से घी निकालने की मशीन सहित अन्य कई कार्य किए जाते हैं. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अलवर राजस्थान का एकमात्र ऐसा जिला है. जहां एक विशेष तरह के हाथ से बने ट्रांसफार्मर को लगाकर बिजली चोरी होती है. लगातार इसका चलन बढ़ रहा है. लेकिन, इस ट्रांसफार्मर ने बिजली विभाग की परेशानी बढ़ा दी है. बिजली विभाग के अधिकारियों ने कहा कि लगातार इस संबंध में जान पड़ताल की जा रही है. जुगाड़ ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी करने वाले लोगों के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जा रही है. अब तक 60 लोगों के खिलाफ विद्युत विभाग के थानों में एफआईआर दर्ज कराई गई हैं, जिसमें जांच पड़ताल चल रही है.

विद्युत विभाग को चंपत...

हाथ से बने इस ट्रांसफार्मर की मदद से ग्रामीण सिंगल फेस बिजली सप्लाई को 3 फेस में कन्वर्ट करते हैं. इससे बिजली विभाग को खासा नुकसान पहुंचता है. क्योंकि, सिंगल फेस और 3 फेस की विद्युत यूनिट चार्ज में काफी फर्क है. जबकि, किसानों को इससे बड़ा फायदा होता है. दिन के समय भी किसान अपनी पानी की मोटर, खेत की मोटर सहित अन्य तारे भी आसानी से करते हैं.

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केवल अलवर में हो रही है चोरी...

विद्युत विभाग के अधिकारियों ने कहा, पूरे राजस्थान में अलवर अकेला ऐसा जिला है, जहां इस तरह के ट्रांसफार्मर से बिजली चोरी की जाती है. पूरे प्रदेश में पहली बार अलवर में बिजली चोरी का नया तरीका सामने आया. इसकी जानकारी विभाग के उच्च अधिकारियों को दे दी गई है. जल्द ही इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे.

मीटिंग में उठ चुका है मुद्दा...

प्रशासन व विद्युत निगम की कई अहम बैठकों में जुगाड़ ट्रांसफार्मर का मुद्दा उठ चुका है. विद्युत निगम के अधिकारियों की नाक के नीचे खुलेआम यह खेल चल रहा है. ट्रांसफार्मर बनाने वाले जुगाड़ बाजो ने विद्युत निगम को परेशान कर दिया है.

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