अलवर. जिले के नया बास निवासी सुमन ने बताया कि वो पहले ही प्रयास में आरजेएस परीक्षा में पास हुई हैं. सफलता के लिए हार्डवर्क तो करना ही चाहिए साथ ही स्मार्ट वर्क की भी जरूरत होती है. सुमन sc कैटेगरी में 6वीं रैंक प्राप्त की हैं.
आपको बता दें कि सुमन की बहन कामाक्षी मीणा भी आरजेएस परीक्षा में पहले ही प्रयास में सफल हुईं थीं. कामाक्षी अभी जयपुर के विराटनगर में सिविल जज के रूप में कार्यरत हैं. इसके अलावा उनके बड़े भाई निधीश मीणा भी दिल्ली न्यायिक सेवा में तैनात हैं. अभी वो प्रशिक्षण हासिल कर रहे हैं.
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सुमन के पिता भागीरथ प्रसाद मीणा का नयावास क्षेत्र में पेट्रोल पंप है. वो रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं. सुमन ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से बीए एलएलबी की पढ़ाई की थी. उसके बाद से लगातार वो आरजेएस की तैयारी में लगी हुईं थीं.
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सुमन ने बताया कि परीक्षा में 499 अभ्यर्थियों ने साक्षात्कार दिया था. इसमें 197 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है. इसमें 103 अभ्यर्थी सामान्य वर्ग, 41 ओबीसी, 30 एससी और 30 अभ्यर्थी एसटी के चयनित हुए हैं. सुमन के अलावा अलवर जिले से बड़ी संख्या में और भी युवाओं का चयन हुआ है. उन्होंने कहा कि मन लगाकर बेहतर तरीके से तैयारी करनी चाहिए, तो सफलता जरूर मिलेगी.