अलवर. सरस डेयरी अलवर के चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने 5 साल के कार्यकाल के दौरान तीसरी बार चेयरमैन पद पर गुरुवार को पदभार ग्रहण किया. इस दौरान बन्नाराम ने कहा कि कई विधायकों को मिर्ची लग गई थी. उनकी इस मिर्ची का इलाज हाईकोर्ट ने कर दिया है.
अलवर सरस डेयरी चेयरमैन से बन्नाराम मीणा को सरकार की तरफ से बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन बन्नाराम मीणा न्यायालय में चले गए. न्यायालय से उनको स्टे मिला और पद पर बने रहने का आदेश दिया गया. जिसके बाद बन्नाराम मीणा को बड़ी राहत मिली. गुरुवार को उन्होंने तीसरी बार अलवर सरस डेयरी में चेयरमैन के पदभार ग्रहण किया.
इस दौरान उन्होंने सभी किसान के पशुपालक समितियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि जब मैं डेयरी से चला जाता हूं तो यहां पशुपालक और किसानों की आवाजाही कम हो जाती है. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के दौरान कुछ विधायक ऐसे थे, जिनको लगातार मिर्ची लगी हुई थी. भाजपा सरकार की ओर से कुछ विधायक आए दिन मेरे खिलाफ विधानसभा में बयान देते थे.
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वहीं, कांग्रेस सरकार में राजगढ़ विधायक जोहरी लाल मीणा और बहरोड़ विधायक बलजीत यादव को मिर्ची लग गई, लेकिन न्यायालय के आदेश ने इनकी मिर्ची का इलाज कर दिया है. विधायक ये नहीं चाहते कि कोई युवा नेता आमजन के लिए काम करें और डेयरी में चेयरमैन के पद पर रहे.
उन्होंने कहा कि दूध की गुणवत्ता सुधारने के लिए क्वालिटी कंट्रोल विभाग को प्रतिदिन 100 सैंपल लेकर उनकी जांच करने के निर्देश दिए गए हैं. इसके अलावा डेयरी के सभी प्रशासनिक अधिकारियों की एक बैठक बुलाई गई है. दिल्ली में रुके हुए काम तेजी से शुरू कर दिए जाएंगे. साथ ही आमजन को बेहतर फायदा मिले इसके प्रयास जारी हैं.
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उन्होंने कहा कि मेरे चले जाने के बाद किसानों को दूध के मिलने वाला दाम कम हुआ था. ऐसे में वो दाम फिर से बढ़ाए जाएंगे. जिससे किसान को उनके दूध का उचित मूल्य मिल सके. अलवर सरस डेयरी हमेशा प्रॉफिट में रही है. अलवर का दूध एनसीआर सहित विभिन्न शहरों में सप्लाई होता है. अलवर का दूध गुणवत्ता में बेहतर होता है इसलिए इसकी डिमांड भी तेजी से बढ़ रही है.