अलवर. रविवार को आस्था साहित्य संस्थान के 35 वर्ष पूर्ण होने पर अलवर के एक होटल में आस्था साहित्य संस्थान से जुड़े कवि मौजूद रहे. दिन में कवियों का संगम हुआ तो शाम के समय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया. कवि सम्मेलन में कवियों ने काव्य पाठ किया. देश में अपनी विशेष पहचान रखने वाले कवियों ने देश भक्ति देश में हो रहे सांप्रदायिक मुद्दों को अपनी कविताओं के माध्यम से रखा.
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इस दौरान बड़ी संख्या में शहर के लोग मौजूद रहे कार्यक्रम में विनीत चौहान ने भारत-पाकिस्तान व भारतीय सेना से जुड़े हुए कई छंद कविताएं रखी. कवि बलवीर सिंह करुण ने गंगा जमुना तहजीब से जुड़ी हुई कई कविताओं का पाठ किया, जिनको लोगों ने खासा पसंद किया.
कार्यक्रम में आस्था साहित्य संस्थान के मुख्य अतिथि और भाजपा सरकार में पूर्व सामाजिक एवं न्याय अधिकारिता विभाग कैबिनेट मंत्री अरूण चतुर्वेदी मौजूद रहे. उनके साथ भाजपा शहर विधायक संजय शर्मा, आस्था साहित्य संस्थान के अध्यक्ष बलबीर करूण, इंजीनियर आर एल अग्रवाल, श्रीकिशन गुप्ता, कवि विनित चौहान, अशोक बत्रा,एस के पारिक मौजूद रहे.
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इस दौरान राष्ट्रीय कवि विनित चौहान ने बताया कि कार्यक्रम की अध्यक्षता एम्स के पूर्व डायरेक्टर और पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी का पोस्टमॉर्टम करने वाले टीडी डोगरा ने किया. उन्होंने कहा कि शुचि चतुर्वेदी को 31 हजार रुपये के नारायणी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इसके अलावा कई अन्य लोगों को भी इस मौके पर सम्मानित किया गया. शाम को कवि सम्मेलन आयोजित हुआ. इसमें देशभर से आए कवियों ने काव्य पाठ किया. कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में अलवर शहर के लोग मौजूद रहे.