अलवर. जिले में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है. अलवर नगर परिषद के सभी वार्डों के ज्यादातर मोहल्लों और कॉलोनियों में पानी की समस्या बरकरार है. इनमें पार्षद भले ही किसी भी दल का हो, सभी पानी की समस्या के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों के व्यवहार से असंतुष्ट हैं. वहीं, जिला प्रशासन भी कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है. लोग इस समस्या का हल निकलवाले के लिए लगातार सरकारी दफ्तरों के चक्कर लगा रहे हैं. लेकिन सरकार का कोई भी नुमाइंदा उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है. हालात ये हैं कि, अब आम जनता सड़क पर उतरने के लिए तैयार बैठी है.
इसका एक उदाहरण बुधवार को भी देखने को मिला. जब 6 वार्डों के पार्षद और स्थानीय निवासी जलदाय विभाग पहुंच गए और सोशल डिस्टेंसिंग को ताक पर रखकर पानी के लिए हंगामा करने लगे. इस दौरान पार्षद और कॉलोनी वासियों ने कहा कि, यदि पानी की समस्या दूर नहीं हुई तो, वो धरना प्रदर्शन करेंगे. क्योंकि उनके पास इसके अलावा और कोई चारा नहीं है. इस दौरान कुछ महिलाएं तो जलदाय विभाग अधिकारी के कमरों में और कमरों के बाहर ही बैठ गईं और कहा, जब तक पानी नहीं मिलेगा वो तब तक यहां से नहीं जाएंगी.
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वार्ड नंबर 14 के पार्षद धर्मपाल सिंह तंवर ने बताया कि, जलदाय विभाग कोई सुनवाई करने को तैयार नहीं है. आम जनता पानी के लिए पार्षद के पास आती है, लेकिन जलदाय विभाग इस पर कोई जवाब नहीं देता है. अगर जलदाय विभाग के पास पानी की समस्या का समाधान नहीं है तो, वो हाथ खड़ा कर दे. जिससे कोई दूसरा हथकंडा अपनाया जाए.
वार्ड नंबर 10 पहाड़गंज के निवासी यशपाल ने बताया कि, हर बार गर्मी के मौसम में पानी की समस्या पैदा हो जाती है. 10 साल से यही सिस्टम चला आ रहा है. इसको लेकर जलदाय विभाग के अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते. पानी का अनियमित रूप से वितरण सबसे ज्यादा खतरनाक है. जलदाय विभाग की लापरवाही से हर साल गर्मी के मौसम में पानी की समस्या पैदा हो जाती है.