अलवर. जिले की गोविंदगढ़ थाना पुलिस ने प्रेम प्रसंग में हुई हत्या की गुत्थी सुलझा कर एक महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. तीनों आरोपियों ने इकबाल नाम के व्यक्ति की हत्या की थी. अस्पताल में पूछताछ पर मृतक का एक्सीडेंट होने की बात कही थी.
गोविंदगढ़ थाना पुलिस प्रभारी सुरेश पहाड़िया ने बताया कि 23 दिसंबर को अलवर के राजीव गांधी सामान्य चिकित्सालय की चौकी के जरिए शाम को सूचना मिली कि कृष्णा कौर पत्नी रांझा सिंह अपने बच्चे के साथ एक व्यक्ति को हॉस्पिटल लेकर आई है. जिसे डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया है और उसके शव को मोर्चरी में रखवा दिया है.
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पुलिस ने कृष्णा से बात की तो उसने मृतक के साथ 3-4 जनों के मारपीट करने की बात बताई. पुलिस को महिला पर शक हुआ. डेड बॉडी का निरीक्षण किया तो प्रथम दृष्टया मामला हत्या का लगा. मृतक के परिजनों ने भी 25 दिसंबर को हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था. मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया गया. पुलिस ने इस मामले में कृष्णा के बेटे सोनू और भरतपुर के मंजीत पुत्र रणजीत सिंह से पूछताछ की गई.
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पूछताछ में सोनू ने बताया कि उसकी मां के साथ इकबाल करीब 10 साल से छज्जू का बास, खालसा नगर, रामगढ़ में रह रहा था. मां के नहीं मानने के कारण उसके पिता रांझा सिंह पत्नी से अलग रहते थे. सोनू ने बताया कि यह बात उसे अखरने लगी. उसने भरतपुर से मंजीत को बुलाया और मां के साथ मिलकर इकबाल को मारने की प्लानिंग की. 23 दिसंबर की शाम इकबाल शराब पीकर उनके घर आया और गाली-गलौज की. उसने दूसरे दिन सुबह भी ऐसा ही किया. इसके बाद तीनों ने मिलकर इकबाल को डंडों से मारा. उसके बाद तीनों ने उसके चेहरे पर चाकू से वार किया और रस्सी से गला दबाकर मार दिया.
मारने के बाद प्लानिंग के अनुसार इकबाल को अस्पताल ले जाया गया. अस्पताल में पूछताछ पर उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट से मृत्यु (death due to accident) हुई है. पुलिस ने इस मामले में कृष्णा, मंजीत एवं सोनू को गिरफ्तार किया है.