अलवर. देश में लॉकडाउन है, इस बीच अलवर डेयरी लगातार काम कर रही है. डेयरी की तरफ से दूध खरीदा जा रहा है और प्रतिदिन अलवर सहित एनसीआर में दूध की सप्लाई चल रही है. इस समय प्रतिदिन डेयरी में ढाई लाख लीटर दूध की सप्लाई हो रही है.
ऐसे में डेयरी का स्टॉक प्रतिदिन का 70 लाख लीटर दूध का हो चुका है. बढ़ते हुए स्टाक को देखते हुए डेयरी प्रशासन ने दूध का पाउडर बनाने का प्लांट लगाकर पाउडर बनाने की प्रक्रिया शुरू की है. अलवर डेयरी प्रदेश में एनसीआर की पहली सरकारी डेरी बन चुकी है, जो दूध का पाउडर बना रही है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में डेयरी के चेयरमैन बन्नाराम मीणा ने कहा, कि केलवा डेयरी की तरफ से लगातार किसान का दूध खरीदा जा रहा है. इस समय मिठाई का काम पूरी तरीके से बंद है. वहीं, अन्य एजेंसी किसान का दूध नहीं खरीद रही है.
ऐसे में अलवर डेयरी की तरफ से लगातार दूध खरीदा जा रहा है. डेयरी की तरफ से करुणा के बढ़ते हुए प्रभाव को देखते हुए सभी अनाथ आश्रम, बाल आश्रम, विधवा आश्रम, मुक बधिर बच्चों सहित जिले में चलने वाले सभी सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं को निःशुल्क दूध उपलब्ध कराया जा रहा है. इसके अलावा डेयरी की तरफ से सभी सरकारी समितियों को पीपी किट और सैनिटाइजर उपलब्ध कराई गई हैं. इसके अलावा डेयरी में भी सभी कर्मचारी पीपी किट पहन कर काम कर रहे हैं, कर्मचारियों को सैनिटाइजर भी उपलब्ध कराए गए हैं. कोविड-19 को देखते हुए डेयरी में इस समय मैनुअल कार्य नहीं किया जा रहा है, सभी पैकिंग टेट्रा पैक पैकिंग है, जो मशीनों से होती है.
बन्नाराम मीणा ने कहा, कि डेयरी प्रशासन के अलावा वो निजी रूप से भी लगातार लोगों की मदद करने में लगे हुए हैं. अब तक वो दो हजार लोगों को राशन किट उपलब्ध करा चुके हैं. इसके अलावा अलवर नगर परिषद प्रशासन को भी राशन किट उपलब्ध कराई गई है. मुख्यमंत्री राहत कोष में भी उन्होंने मदद की है. चेयरमैन ने कहा, कि डेयरी में बटर, आइसक्रीम, फ्रूटी सहित कई नए प्रोडक्ट लांच करने की तैयारी चल रही है सभी तैयारी पूरी है. लेकिन कोरोना के चलते काम अभी रुक गया है.