अलवर. कोरोना के बढ़ते प्रभाव को लेकर जिला प्रशासन की ओर से सप्ताह में 2 दिन बाजार शटडाउन को लेकर जारी आदेश से भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है. इस आदेश को लेकर मंगलवार को जिला व्यापार संघ और संयुक्त व्यापार महासंघ के बैनर तले शहर के सभी व्यापारियों की एक बैठक आयोजित की गई. यह बैठक एक निजी होटल में आयोजित किया गया.
इस मीटिंग में यूनियन के 60 से ज्यादा प्रतिनिधियों ने भाग लिया और सभी ने अपनी अपनी राय रखी. अध्यक्षों ने कहा सभी के मतों को प्रशासन तक पहुंचाया जाएगा. उसके बाद प्रशासन का जो भी निर्णय होगा उसी को मान्य किया जाएगा. इस बैठक में चर्चा हुई कि, प्रशासन पिछले 7 दिन के अंदर दो बार छुट्टियों के आदेश जारी कर चुका है. पहले आदेश में सोमवार और मंगलवार की छुट्टी रखने की बात कही गई थी.
दूसरे आदेश में इसको बदल कर छुट्टी शनिवार और रविवार को कर दी गई. व्यापारियों ने कहा कि, कुछ व्यापारी मंगलवार को छुट्टी रखना चाहते हैं. जबकि कुछ व्यापारी रविवार को छुट्टी रखना चाहते हैं. प्रशासन के आदेश के चलते बाजार के व्यापारियों को 3 दिन के अवकाश का भार पड़ेगा. क्योंकि मंगलवार को शहर में बाजारों में स्वत ही अवकाश रहता है.
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संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष राज कुमार गोयल और जिला व्यापार संघ के अध्यक्ष रमेश जुनेजा ने बताया कि, व्यापारी चाहते हैं कि त्यौहार को देखते हुए फिलहाल अवकाश नहीं रखा जाए. वहीं त्योहार के बाद भी एक ही दिन का अवकाश रखना चाहते हैं. जुनेजा ने कहा कि, बाकी दिन के बजाए बाजार सप्ताह में एक ही दिन बंद रखा जाए और व्यापारी इसके लिए तैयार हैं. दोनों व्यापारी नेताओं ने बताया कि, वह इस मुद्दे को लेकर जिला कलेक्टर से भी मिलेंगे और व्यापारियों की भावनाओं से अवगत कराएंगे. कलेक्टर से बातचीत के बाद जो भी निर्णय होगा वह सभी को मान्य होगा.