अलवर. जिले के लोगों को मेडिकल कॉलेज के लिए अभी दो साल का इंतजार और करना पड़ सकता है. अलवर से पहले सीकर में मेडिकल कॉलेज शुरू होगा. हालांकि अलवर के मेडिकल कॉलेज के लिए तेजी से काम चल रहा है. जल्द ही भवन निर्माण कार्य शुरू हो सकता है.
वसुंधरा राजे सरकार ने अलवर सहित प्रदेश के 8 शहरों में नए मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी. उस समय अलवर को छोड़कर सभी 7 जगहों पर मेडिकल कॉलेज शुरू हो चुके हैं. लेकिन अलवर में ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन होने के चलते राज्य सरकार को दूसरे मेडिकल कॉलेज की अनुमति नहीं मिली तो वहीं राज्य सरकार ने ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज को नहीं लिया. इस विवाद के चलते अलवर का मेडिकल कॉलेज लटका रहा.
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अब कांग्रेस सरकार के बनते ही अशोक गहलोत ने अलवर सहित कई अन्य जिलों में मेडिकल कॉलेज खोलने की घोषणा की थी. उन सभी में एक साथ काम शुरू हुआ, लेकिन इस प्रोजेक्ट में भी अलवर को निराशा हाथ लगी है. अलवर का मेडिकल कॉलेज 2021 तक शुरू हो सकता है. जबकि उससे पहले 2020 में सीकर का मेडिकल कॉलेज शुरू हो जाएगा.
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स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि लगातार अलवर के मेडिकल कॉलेज के लिए काम चल रहा है. भवन का डिजाइन तैयार हो चुका है. जल्द ही भवन का निर्माण कार्य शुरू हो सकता है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने कहा कि अगर जुलाई 2019 से पहले कॉलेज के लिए आवेदन होता तो अलवर का मेडिकल कॉलेज भी 2020 तक शुरू हो सकता था. लेकिन भवन के अभाव के चलते अलवर में मेडिकल कॉलेज शुरू होने में अभी समय लगेगा.
वहीं मेडिकल कॉलेज को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तैयारियां जोरों से की जा रही है. जल्द ही भवन निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है. वहीं अलवर में मेडिकल कॉलेज की खासी जरूरत है. अलवर में जिले के अलावा भरतपुर, दौसा, नूह, मेवात, उत्तर प्रदेश तक के लोग इलाज के लिए आते हैं. ऐसे में सुपर स्पेशयलिटी सेवाएं नहीं होने के कारण यहां से लोगों को जयपुर या दिल्ली जाना पड़ता है.