अलवर. जिले के मत्स्य विश्वविद्यालय में एक लाख से अधिक स्टूडेंट विभिन्न कोर्स में पढ़ाई कर रहे हैं. विश्वविद्यालय हमेशा से विवादों में रहा है. फिर चाहे वेबसाइट हैक करने का मामला हो या रिजल्ट और परीक्षा कराने में देरी का मामला हो. आए दिन शिकायत मिलने के बाद भी सरकार का इस तरफ कोई ध्यान नहीं है. ऐसे में विश्वविद्यालय के छात्रों के साथ खिलवाड़ हो रहा है. छात्र को होने वाली परेशानी को देखते हुए छात्र नेताओं की तरफ से शक्रवार को विश्वविद्यालय परिसर में विरोध प्रदर्शन किया गया. इस दौरान छात्रों ने जमकर हंगामा और नारेबाजी की. छात्रों ने कहा कि अगर जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो वे उग्र प्रदर्शन करेंगे.
छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से अभी तक स्नाकोत्तर तृतीय वर्ष का परीक्षा परिणाम घोषित नहीं किया गया है. इससे अलवर के युवाओं को दिल्ली विश्वविद्यालय व जेएनयू सहित अन्य बड़े विश्वविद्यालयों में प्रवेश नहीं मिल सकेगा. सभी में एडमिशन प्रक्रिया अंतिम दौर में चल रही है. इसके अलावा छात्रों ने कहा कि विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति की आवश्यकता है. भरतपुर विश्वविद्यालय के कुलपति को अलवर के विश्वविद्यालय का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है. वो सप्ताह में एक दिन आते हैं. इससे अलवर विश्वविद्यालय में कामकाज प्रभावित हो रहा है और छात्र परेशान हैं. कॉलेज मनमानी कर रहे हैं. उन पर किसी भी तरह की मॉनिटरिंग की व्यवस्था नहीं है.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की तरफ से पीएचडी के लिए अभी तक कोई सिलेबस जारी नहीं किया गया है. तो वहीं उनके प्रवेश के लिए भी अभी तक कोई तारीख निर्धारित नहीं की गई है. विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से कुछ दिन पहले एक तारीख की घोषणा की गई थी. लेकिन, उसके बाद उस दिन परीक्षा नहीं हो सकी. उन्होंने आगे बताया कि विश्वविद्यालय छात्रों के हितों के साथ खिलवाड़ कर रहा है. मांगे ना मानने पर छात्रों द्वारा भूख हड़ताल की जाएगी.